अब नहीं कर सकेंगे House Tax की चोरी, गृहकर बिल के साथ लगानी होगी संपत्ति की फोटो Kanpur News
हर साल नगर निगम को करोड़ों रुपये का लगाया जा रहा चूना कागज में आवासीय दिखाकर हो रहा व्यावसायिक इस्तेमाल
कानपुर, जेएनएन। गृहकर को लेकर चल रहे फर्जीवाड़े पर अब लगाम कसने की तैयारी की जा रही है। दरअसल कागज में दर्ज कई आवासीय संपत्तियों का प्रयोग व्यावसायिक रूप में हो रहा है। इससे हर साल नगर निगम को करोड़ों रुपये का नुकसान हो रहा है। नई व्यवस्था में गृहकर बिल के साथ संपत्ति की फोटो भी लगानी होगी।
पता चल जाएगा मकान है या इमारत
वर्तमान में 4.65 लाख संपत्तियों से नगर निगम गृहकर वसूल रहा है। फोटो लगने से पता चल जाएगा कि इमारत है या मकान बना है। गृहकर बिल में भवन स्वामी का नाम, वार्ड की संख्या व पते के साथ ही संपत्ति की फोटो भी होगी।
अभी ये है स्थिति
-मकान - 4.65 लाख
-व्यावसायिक- 80 हजार
-टैक्स जमा हो रहा है - 154 करोड़ रुपये
यहां पर खड़ी हो गईं इमारतें
पीरोड, गांधीनगर, प्रेमनगर, चमनगंज, बेकनगंज, काकादेव, सर्वोदय नगर, स्वरूप नगर, आर्य नगर, किदवई नगर, श्यामनगर, पनकी, रामपुरम् , जाजमऊ, सिविल लाइंस, कल्याणपुर, विनायकपुर, फजलगंज, गोविंद नगर, किदवईनगर, शताब्दी नगर।
शुरू हो गया जीआइएस सर्वे
आइटी कंपनी लखनऊ ने भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआइएस) सर्वे विश्वबैंक बर्रा से शुरू कर दिया है। वर्ष 2006 के बाद से सर्वे हो रहा है। इसमें कई संपत्तियों का पोल खुलेगी।
इनका ये है कहना
गृहकर बिल में संपत्तियों की फोटो लगाने का आदेश अभी शासन से नहीं आया है। फोटो लगाई जाएगी। जीआइएस सर्वे कराया जा रहा है।
-अरविंद राय, अपर नगर आयुक्त नगर निगम