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बिजली कर्मियों के कार्य बहिष्कार ने उपभोक्ताओं को किया हलकान, नहीं सुनी गईं समस्याएं

निजीकरण के विरोध में केस्को मुख्यालय पर हुआ प्रदर्शन संविदा कर्मियों ने संभाली कमान कई स्थानों पर बनाए फाल्ट निजीकरण का प्रस्ताव वापस न होने पर 5 सितंबर से पूरे दिन का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करने की चेतावनी दी गई थी

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Tue, 06 Oct 2020 01:10 PM (IST)Updated: Tue, 06 Oct 2020 01:10 PM (IST)
गाोविंद नगर स्थित विद्युत दक्षिणोचल कार्यालय में धरना प्रदर्शन करते कर्मचारी

कानपुर, जेएनएन। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में प्रदेश भर में अभियंताओं व बिजली कर्मियों का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार शुरू हो गया है। इसी तर्ज पर बिजली संबधित कार्य रोककर बिजली कर्मी केस्को मुख्यालय पर एकत्र हुए और निजीकरण के विरोध में प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिला कर्मी भी शामिल रही। कार्य बहिष्कार के दौरान फाल्ट होने पर उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ा। फाल्ट न बनने पर उनका बुरा हाल रहा। केस्को संविदा कर्मचारी संगठन से जुड़े संविदा कर्मी कार्य बहिष्कार से अलग रहे और फाल्ट बनाने का काम किया। संविदा कर्मियों की वजह से कई इलाकों में उपभोक्तओं को कुछ राहत मिली।

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पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रस्तावित निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर अभियंता व कर्मचारी 29 सितंबर से तीन घंटा का कार्य बहिष्कार कर रहे थे। निजीकरण का प्रस्ताव वापस न होने पर 5 सितंबर से पूरे दिन का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करने की चेतावनी दी गई थी। इस बीच संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों व यूपीपीसीएल प्रबंधन के बीच लखनऊ में दो बार वार्ता हुई लेकिन बेनतीजा रही। वार्ता असफल होने के बाद बिजली अभियंताओं व कर्मचारियों ने सोमवार सुबह 10 बजे से कार्य बहिष्कार शुरु कर दिया। केस्को के विभिन्न डिवीजनों, सबस्टेशनों, आरपीएच, बिजलीघर आदि में कार्यरत कर्मचारी केस्को मुख्यालय पहुंचे और प्रदर्शन शुरू कर दिया। कार्य बहिष्कार के चलते उपभोक्ताओं को परेशानी उठानी पड़ी। फाल्ट नहीं बनने पर उमस भरी गर्मी में उपभोक्ताओं का बुरा हाल रहा। 

केस्को कार्यालयों पर लटके ताले

कार्य बहिष्कार के दौरान कार्यालयों पर ताले लटके रहे। बिजली कर्मचारी कार्यालयों को बंद कर केस्को मुख्यालय प्रदर्शन में पहुंच गये। अभियंताओं व कर्मचारियों को कार्यालयों में उपस्थित न होने पर बिलों में संशोधन तथा बिजली से समस्याओं को लेकर आने वाले उपभोक्ताओं को भटकना पड़ा। फाल्ट की शिकायत लेकर आने वाले उपभोक्ता भी वापस लौट गये। कार्यालयों में काम न होने से उपभोक्ताओं को काफी परेशानी उठानी पड़ी।

फाल्ट से उपभोक्ताओं का बुरा हाल, नहीं सुनी गईं शिकायतें

बिजली कर्मियों के कार्य बहिष्कार के दौरान फाल्ट होने पर उपभोक्ताओं का बुरा हाल रहा। उपभोक्ता केस्को की हेल्पलाइन व ट्विटर हैंडल पर बिजली न आने की शिकायते दर्ज कराते रहें। अभियंता व कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के चलते उनकी सुनवाई नहीं हो सकी। सबस्टेशनों व अधिकारियों के नंबरों पर उपभोक्ता संपर्क करते रहे लेकिन उनके फोन नहीं उठे। लगातार फोन करते रहे लेकिन किसी ऐसे में उपभोक्ताओं को उमस भरी गर्मी में पूरा दिन बिताना पड़ा। केस्को कार्यालयों पर ताले लगे होने और अभियंताओं व कर्मचारियों की ओर से कोई रिस्पांस न मिलने से उपभोक्ताओं के पास शिकायत के अतिरिक्त कोई चारा नहीं रहा।

कई जगह के लोग जूझते रहे बिजली संकट से

उपभोक्ता मकसूद अहमद ने शिकायत की कि अफीम कोठी में फीडर नंबर 251 से जुड़े इलाकों में सुबह से बिजली गुल रही। जानकारी करने पर बताया गया कि फीडर ब्रेकडाउन है। दिनेश कुमार चंदानी ने बताया कि डीबीएस कालेज रोड पर खंभा क्षतिग्रस्त होने से शाम चार बजे से बिजली आपूर्ति बाधित रही। शिकायत दर्ज कराने के लिए किसी अभियंता व सबस्टेशन का फोन नहीं उठा। बिजली कब आयेगी इसकी जानकारी नहीं। राहुल गुप्ता ने बताया कि जनरलगंज में बिजली गुल रही, कोई फाल्ट बनाने नहीं आया। उजमा खान ने बताया कि लाटूश रोड की आपूर्ति बाधित होने पर आलूमंडी सबस्टेशन फोन किया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। गौरव कुकरेजा ने केस्को के ट्विटर हैंडल पर शिकायत की कि गोविंद नगर की बिजली गुल रही, न तो कोई जानकारी मिली न ही कोई फाल्ट बनाने आया। नुसरत नसीम ने शिकायत की कि पशुपति नगर में बिजली गुल है लेकिन कब आयेगी इसका पता नहीं चल रहा। ग्रेटर कैलाश जाजमऊ में सुबह से बिजली न आने से पानी का संकट भी बना रहा।

इनका ये है कहना

  • उपभोक्ताओं को परेशानी न हो इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। गैंग में काम करने वाले संविदा कर्मियों व सैनिक कल्याण निगम से जुड़े कर्मचारियों को भी लगाया गया है। - अजय कुमार माथुर, केस्को, प्रबंध निदेशक
  • कार्य बहिष्कार से अस्पताल, जलापूर्ति व जरूरी सेवाओं को अलग रखा गया हैं। इन जगहों पर दिक्कत होने पर उनको दूर किया जायेगा। कार्य बहिष्कार के दौरान कोई अन्य कार्य नहीं किये जायेंगे। - विजय त्रिपाठी, प्रवक्ता विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति  

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