दबाव बनाने पर पुलिस से भिड़ीं महिलाएं, दोबारा बंद कराया शराब का ठेका Kanpur News
बोर्ड लेकर लौट गए ठेकेदार व आबकारी निरीक्षक मार्च में जहरीली शराब पीने से हुई थी नौ लोगों की मौत।
कानपुर, जेएनएन। साढ़ व भीतरगांव चौकी क्षेत्र में जहरीली शराब पीने से मार्च में हुई नौ लोगों की मौत के बाद सोमवार को गांव गौरी ककरा में देसी शराब की दुकान खुलवाने की कवायद को महिलाओं ने नाकाम कर दिया। इस दौरान विरोध कर रहीं महिलाओं की पुलिस से हाथापाई तक की नौबत आ गई। मामला बिगड़ता देखकर ठेकेदार व आबकारी निरीक्षक शराब व बोर्ड को गाड़ी में रखकर रवाना हो गए।
8 मार्च को गौरी ककरा देसी शराब ठेके के सेल्समैन राजू व उसके चाचा सुरेश द्वारा सुखैयापुर में बेची गई जहरीली शराब को पीकर वीरेंद्र यादव व शिवशंकर उर्फ बाबू यादव की मौत हो गई थी। इसके बाद खदरी में छह व गांव भेलसा में एक व्यक्ति की मौत हुई थी। इस मामले में सेल्समैन राजू यादव, उसके चाचा सुरेश यादव, गौरी ककरा दुकान के अनुज्ञापी उपेंद्र उर्फ ङ्क्षरकू सिंह परमार समेत तीन दर्जन लोगों को जेल भेजा गया था। आबकारी विभाग ने गौरी ककरा की दुकान के अनुज्ञापी व सेल्समैन का लाइसेंस जहरीली शराब कारोबार में लिप्त पाए जाने के बाद निरस्त कर दिया था। विभाग ने अब गांव अकबरपुर बरुई निवासी विनय कुमार सिंह को गौरी ककरा दुकान आवंटित की थी। जिन्होंने 28 मई को दुकान का संचालन शुरू किया तो लाठी डंडे लेकर पहुंचीं महिलाओं ने ठेका बंद करा दिया था।
इधर ठेकेदार ने सोमवार को गांव गौरी ककरा की सरहद पर स्थित पानी पुरवा मोड़ के समीप एक नवनिॢमत दुकान में देसी शराब ठेका का संचालन शुरू कराया था। जिसकी जानकारी पाकर गांव गौरी ककरा, पानी पुरवा व सुखैयापुर से करीब दो सौ महिलाएं लाठी डंडे के साथ ठेके पर एकत्र हो गईं। सूचना मिलने पर आबकारी निरीक्षक अमर सिंह साढ़, भीतरगांव व बिरहर चौकी के पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान पुलिस बल ने दबाव बनाया और वहां मौजूद एक युवक को थप्पड़ मार दिया। जिससे उग्र हुई महिलाएं पुलिस से सीधे जा भिड़ीं। बिगड़ती स्थिति देखकर सब लौट गए। आबकारी निरीक्षक अमर सिंह ने बताया कि देशी शराब ठेका संचालन का विरोध कर रहे लोगों को जिलाधिकारी से अपनी शिकायत दर्ज करानी चाहिए।