जिद पूरी न करने पर गड़ासे से काटकर पत्नी का बेरहमी से कर दिया कत्ल, बिलखते रहे मासूम बच्चे
Wife Murder घर के चबूतरे पर वृद्ध मां के साथ मालती सो रही थी तभी भोर पहर पति ने उसकी गर्दन पर गड़ासा से कई प्रहार करके मौत के घाट उतार दिया।
इटावा, जेएनएन। एक जिद पूरी न करने पर पति ने मायके में रह रही पत्नी की गड़ासे से काटकर बेरहमी से कत्ल कर दिया। वारदात के बाद पति फरार हो गया और मां की रक्तरंजित लाश देखकर बच्चे रोते रहे। घटना की जानकारी पर गांव में सनसनी फैल गई, सूचना पर आई पुलिस ने खून से सना गड़ासा बरामद करने के बाद लोगों से पूछताछ शुरू की है।
बच्चों के साथ मायके आकर रहने लगी थी मालती
बलराई थाना क्षेत्र के यमुना बीहड़ के गांव नगला विशुन की ठार में रहने वाले कल्याण सिंह लोधी राजपूत ने बेटी मालती देवी का विवाह रामबाबू लोधी से किया था। पति के शराब की लत और आए दिन झगड़े से तंग आकर 36 वर्षीय मालती अपने पांच बच्चों के साथ मायके आकर रहने लगी थी। कुछ दिनों बाद उसका पति रामबाबू भी आकर उसके साथ रहने लगा था।
पत्नी की हत्या, सास को किया लहूलुहान
मालती घर के चबूतरे पर वृद्ध मां रूपरानी के साथ सो रही थी और पास में बच्चे भी सो रहे थे। गुरुवार तड़के करीब चार बजे राम बाबू उठा और चारा काटने का गड़ासा लेकर मालती के पास पहुंच गया। उसने मालती की गर्दन पर गड़ासा से कई प्रहार किए। चीख पुकार सुनकर जागी वृद्ध सास ने गड़ासा छीनने की कोशिश की तो रामबाबू ने हमला कर उसे भी घायल कर दिया। इस बीच मालती की चीख निकलने के साथ मौत हो गई। घटना के बाद रामबाबू फरार हो गया।
खून से सना गड़ासा मिला
गांव में हत्या की जानकारी होते ही सनसनी फैल गई। मां का रक्तरंजित शव देखकर बच्चे बिलख पड़े। भाई मनोज ने बलरई थाने में पुलिस को बहन की हत्या की सूचना दी। थानाध्यक्ष सतीश राठौर पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे और छानबीन शुरू की। पुलिस ने घायल वृद्धा को अस्पताल भेजा। पुलिस ने मौके से खून से सना गड़ासा बरामद किया है। एएसपी सिटी रामयश, सीओ उत्तम सिंह ने घटनास्थल का दौरा किया। एएसपी सिटी ने बताया कि पति की तलाश की जा रही है।
सामने आई ये वजह
पुलिस की पूछताछ में घर वालों ने बताया कि मायके में मालती के नाम मकान व जमीन है। रामबाबू शराब का नशा करने का आदी था और आए दिन वह मालती से जमीन बेचने की जिद करके दबाव बनाता था। इस वजह से उसका अक्सर मालती से झगड़ा होता था, जिससे तंग आकर वह मायके आ गई थी। इसके बाद रामबाबू भी यहीं आकर रहने लगा था। मां की मौत के बाद बच्चे बेसहारा हो गए हैं।