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Weather Update Kanpur: धीरे-धीरे आगोश में ले रही ठंड, अगले दो दिन में धूप संग छाएंगे हल्के बादल

कानपुर में मौसम में बदलाव की बयार चल पड़ी है रात के समय हवाओं से ठंड का स्तर बढ़ रहा है। दिन और रात के तापमान में उतार चढ़ाव बना हुआ है। वहीं आने वाले दो दिन में धूप संग बादल नजर आएंगे लेकिन बारिश के आसार कम है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Sun, 24 Oct 2021 11:56 AM (IST)Updated: Sun, 24 Oct 2021 11:56 AM (IST)
कानपुर में बदलने लगा मौसम का मिजाज।

कानपुर, जेएनएन। ठंड धीरे धीरे अपना अहसास कराने लगी है। सुबह और दोपहर में गर्मी रहती है, जबकि सूरज ढलते ही गुलाबी सर्दी महसूस होना शुरू हो गई है। अगले दो दिन धूप के बीच हल्के बादल छा सकते हैं लेकिन बारिश के आसार बहुत ही कम है। रात के समय हल्की हवा चलने के आसार हैं और तापमान में उतार चढ़ाव बना रहेगा।

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चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों में है। प्रेरित चक्रवाती हवा का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान और इससे सटे पंजाब, जम्मू-कश्मीर के हिस्सों पर बना हुआ है। कोमोरिन क्षेत्र के ऊपर चक्रवाती हवा का क्षेत्र सक्रिय है। एक ट्रफ रेखा चक्रवाती क्षेत्र से कर्नाटक तट तक फैली हुई है। दक्षिण-पूर्वी अरब सागर के ऊपर एक चक्रवाती हवा का क्षेत्र बना हुआ है।

उन्होंने बताया कि अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी की संभावना है। इसका असर मैदानी क्षेत्रों पर रहेगा। ठंडी हवा चलने की संभावना है। पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार बन रहे हैं। हरियाणा और राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश, दिल्ली एनसीआर, रायलसीमा, आंध्र प्रदेश, बिहार और लक्षद्वीप में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश संभव है। डा. पांडेय के मुताबिक शनिवार को कानपुर और आसपास के जिलों में अधिकतम तापमान 32 और न्यूनतम 18.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। हवा 4.1 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली। अधिकतम आर्द्रता 89 और न्यूनतम आर्द्रता 47 फीसद रही।

बारिश की संभावना नहीं : मौसम विज्ञानी ने बताया कि आसमान में हल्के बादल छाए रह सकते हैं, लेकिन बारिश के आसार नहीं है। किसान खरीफ की तैयार फसलों की कटाई-मड़ाई कर सकते हैं। रबी की फसलों जैसे चना, मटर, मसूर, सरसों, असली, आलू और सब्जियों की बुआई के लिए मौसम मुफीद है।


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