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Weather Update: बादल आएंगे पर बिना बरसे चले जाएंगे, फिलहाल सताती रहेगी गर्मी और उमस

मौसम को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है भीषण गर्मी और उमस से लोग बेहाल है। वैसे बादलों का आसमान में डेरा तो रहेगा लेकिन बारिश की उम्मीद न के बराबर ही बन रही है। आने वाले दो दिन तक ऐसा ही मौसम बना रहने की संभावना है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Thu, 01 Jul 2021 11:46 AM (IST)Updated: Thu, 01 Jul 2021 11:46 AM (IST)
Weather Update: बादल आएंगे पर बिना बरसे चले जाएंगे, फिलहाल सताती रहेगी गर्मी और उमस
मौसम की तल्खी ने बेहाल कर दिया है।

कानपुर, जेएनएन। गर्मी और उमस से परेशान लोग आसमान की ओर बारिश के लिए टकटकी लगाए हैं। लेकिन फिलहाल राहत मिलने की उम्मीद नहीं दिख रही है क्योंकि मौसम विभाग की मानें तो बादल आएंगे लेकिन बिना बरसे चले जाएंगे। उत्तर प्रदेश बिहार और उत्तराखंड की ओर बनी टर्फ लाइन से सिर्फ तराई वाले क्षेत्रों में वर्षा की उम्मीद है। इसमें लखनऊ, बाराबंकी, फर्रुखाबाद, बरेली, लखीमपुर खीरी, शहजहांपुर, हरदोई, सीतापुर, गोरखपुर आदि जिले हैं। कानपुर समेत आसपास के शहरों में बूंदाबांदी हो सकती है। तापमान में उतार चढ़ाव की उम्मीद है।

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चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून आगे बढ़ नहीं रहा है। यह पंजाब और हरियाणा की तलहटी में स्थिर है। मानसून की लाइन पंजाब और हरियाणा के एक छोटे हिस्से से होते हुए अंबाला और अमृतसर से गुजर रही है। गंगा के मैदानी इलाकों में पूर्वी हवाओं की अनुपस्थिति में मानसून का पूर्वी भाग कमजोर हो गया है, जिससे मानसून की उत्तरी सीमा दो हफ्ते से अधिक समय से स्थिर है।

वर्तमान में पंजाब, हरियाणा और राजस्थान मानसून की शुरुआत होने का इंतजार कर रहे हैं। अंतिम पड़ाव होने के कारण पंजाब और हरियाणा में गति धीमी हो जाती है। राजस्थान के शुष्क राज्य के बड़े भौगोलिक क्षेत्र और दबाव की कमी के कारण, मानसून पश्चिम राजस्थान के अंतिम स्थान पर पहुंचने से पहले कदम बढ़ाता है। मानसून ने देश के पूर्वी और मध्य हिस्सों को कवर करने के लिए एक शानदार शुरुआत की थी। मजह 10 दिनों में दिल्ली तक पहुंच गया। पिछले 15 दिनों से मौसमी धारा अब धीमी हो रही है।

देश के इस हिस्से के लिए मानसून के आगमन की सामान्य तारीख जून के अंत और जुलाई की शुरुआत में होती है, लेकिन आस-पास के क्षेत्रों में जल्दी पहुंचने से बचे हुए क्षेत्रों में मानसून के जल्दी आगमन का अनुमान लगाया गया था। मानसून के जल्द आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अभी भी अनुकूल नहीं है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक ताजा कम दबाव का क्षेत्र बनने की जरूरत है। अगले सात दिन में कुछ बदलाव हो सकता है। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश में दो से चार जुलाई के बीच छिटपुट बारिश के आसार हैं।


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