Weather Update Kanpur: ठंड का असर बढ़ेगा, सुबह और शाम के समय तापमान में बना रहेगा उतार चढ़ाव
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में सर्दी का असर बढ़ेगा और हल्की ठंडी हवा चलने की संभावना बन रही है। अत्याधिक ऊंचाई पर बादल छाए रहने से मैदानी क्षेत्र में धूप का प्रभाव कम हो गया है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। कुछ दिनों में सर्दी का असर बढ़ सकता है लेकिन तापमान में उतार चढ़ाव बना रहेगा। सुबह और दोपहर का तापमान गिरेगा और रात में हल्की ठंड बनी रहेगी। मौसम विभाग की मानें तो सागर में चक्रवाती हवा का क्षेत्र बना हुआ है, जबकि राजस्थान के पास विपरीत हवा का क्षेत्र सक्रिय है और दोनों हवा के मिलन से आत्याधिक ऊंचाई पर बादल बन गए हैं। ऊंचाई पर बादलों के रहने से रात का पारा थोड़ा और बढ़ सकता है।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि अत्याधिक ऊंचाई पर बादल सक्रिय होने से धूप का असर कुछ कमजोर रहेगा। अरब सागर में बने चक्रवाती हवा के क्षेत्र से कुछ तेज हवा चल सकती है और कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है। यह सोमवार शाम तक एक डिप्रेशन में सशक्त हो सकता है और उत्तर पश्चिमी दिशा में अपनी गति जारी रखेगा। एक टर्फ रेखा उपरोक्त चक्रवात परिसंचरण से उत्तरपूर्वी अरब सागर तक गुजरात तट तक फैली हुई है। अन्य चक्रवाती हवा का क्षेत्र आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु तट के पास पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बना हुआ है। इसके प्रभाव के कारण एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने की उम्मीद है, जो उत्तर-पश्चिम दिशा में तमिलनाडु तट की ओर बढ़ेगा।
अगले 24 घंटों के दौरान,तटीय आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु तट पर कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है। तमिलनाडु, कर्नाटक और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। कर्नाटक, केरल, कोंकण और गोवा के कुछ हिस्सों, मध्य महाराष्ट्र और लक्षद्वीप में हल्की बारिश संभव है। उत्तर पूर्व दिशा से चलने वाली मध्यम से तेज हवा कानपुर के प्रदूषण में कुछ हद तक सुधार कर सकती हैं।
एक चक्रवाती हवा का क्षेत्र तमिलनाडु के उत्तर तटीय इलाकों सहित आंध्र प्रदेश के दक्षिण तटीय इलाकों में स्थित है। नया चक्रवाती हवा का क्षेत्र बंगाल साड़ी पर बना हुआ है इसके प्रभाव से अगले 48 घंटे के दौरान उसी इलाके में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनेगा। यह उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए और अधिक सशक्त हो सकता है। यह तमिलनाडु के तट के पास आ सकता है।
इसके प्रभाव से दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी तथा दक्षिण मध्य बंगाल की खाड़ी में हवा तेज चलेंगे तथा समुद्र में लहरें भी ऊंची उठ सकती है। नौ से 11 नवंबर के बीच तमिलनाडु तथा आंध्र प्रदेश में बारिश होने की संभावना है। अक्टूबर से दिसंबर का महीना बंगाल की खाड़ी तथा अरब सागर में निम्न दबाव तथा डिप्रेशन बनने के लिए अनुकूल होता है। अगले एक सप्ताह तक किसी भी समुद्री तूफान बनने की संभावना नजर नहीं आ रही है। निम्न दबाव के क्षेत्र तथा डिप्रेशन भी दक्षिण भारत को भारी बारिश दे सकते हैं।