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Weather Forecast Kanpur: वियतनाम और थाईलैंड को पार करके आया 'नोल', झमाझम बारिश और तेज हवाओं ने गिराया तापमान

मंगलवार रात से सुबह तक 21 मिलीमीटर तक बारिश हो चुकी है और 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के कारण कानपुर समेत आसपास के जनपदों में मौसम सुहावना हो गया है और अगले दो दिन तक बारिश की संभावना बन गई है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Wed, 23 Sep 2020 12:21 PM (IST)Updated: Wed, 23 Sep 2020 12:21 PM (IST)
कानपुर शहर में सुबह हुई बारिश ने सभी को भिगो दिया।

कानपुर, जेएनएन। कानपुर समेत आसपास के जनपदों में चक्रवाती तूफान नोल ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। बीते करीब दो हफ्ते से गर्मी, उमस के बाद अचानक मौसम बदल गया है। मंगलवार देर रात पहले बूंदाबांदी फिर झमाझम बारिश हुई, जबकि हवा सामान्य से काफी तेज चलती रही, यह स्थिति अभी दो दिन और रहेगी। बारिश के बाद तापमान पांच डिग्री सेल्सियस तक नीचे आने से मौसम सुहावना हो गया है। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विभाग ने रात से लेकर अबतक करीब 21 मिलीमीटर बारिश का आकलन किया है और हवा 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली।

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सितंबर माह की शुरआत में अधिकतम और न्यूनतम तापमान का क्रम बढ़ता गया, जिससे उमस और गर्मी काफी रही। करीब पांच दिन पहले फिलीपींस के पूर्व में विकसित हुआ चक्रवाती तूफान नोल वियतनाम, थाईलैंड को पार करते हुए 20 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में पहुंच गया था। यहां इसकी गति काफी कम हो गई और वहां पर बड़े क्षेत्र में निम्न वायुदाब का क्षेत्र विकसित हो गया। इससे बंगाल की खाड़ी व ओडिसा के तटों के पास पहले से मानसूनी सिस्टम बना हुआ था। दोनों के मिलने से निम्न वायुदाब और मजबूत हो गया, जिससे देश के पूर्वी और मध्य भागों पर बारिश के आसार बने हैं। 

यहां हो सकती तेज बारिश

निम्न वायुदाब मजबूत होने से ओडिशा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिमी बंगाल, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश हुई या फिर अगले कुछ घंटों में होगी। दिल्ली एनसीआर की ओर बारिश की संभावना कम है। बादल छाए रहेंगे। मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि नोल के प्रभाव से दो दिन बारिश की संभावना है। बदली छाई रहेगी और गरज-चमक की भी आशंका है।

नया मानसूनी सिस्टम बना

ओडिशा और इससे सटे भागों पर निम्न वायुदाब का क्षेत्र बना हुआ है। यहां मानसूनी सिस्टम भी विकसित हो रहा है, जो कि समुद्रतल से करीब 7.6 किलोमीटर ऊपर है। मानसून की अक्षीय रेखा बीकानेर, जयपुर, गुना, जबलपुर, ओडिशा पर बन रही है। उत्तरी महाराष्ट्र के तटीय भागों पर दूसरा चक्रवाती सिस्टम बना है।

अगले 24 घंटे में यहां बारिश के आसार 

आइएमडी के लखनऊ अमौसी स्थित मानीटरिंग स्टेशन ने अगले कुछ घंटों में कई जनपदों में तेज बारिश और बिजली चमकने की आशंका जताई है। इनमें ललितपुर, जालौन, इटावा, हमीरपुर, बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, फतेहपुर, कानपुर, कानपुर देहात, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, अयोध्या, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, प्रयागराज, जौनपुर, आजमगढ़, बस्ती, गोंडा, बहराईच, बलरामपुर, संत कबीर नगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोरखपुर आदि शामिल हैं।

सितंबर माह में पारा यूं चढ़ा-उतरा

दिन    अधिकतम        न्यूनतम

10         35.0             27.8

11         35.8             27.6

12         35.4             28.4

13         34.4             27.5

14         36.4             27.6

15         35.4             27.8

16         35.6             28.2

17         35.0             29.0

18         36.6             27.6

19         34.2             28.0

20         35.2             27.0

21         36.4             27.2

22         34.0             26.4

(नोट : तापमान डिग्री सेल्सियस में हैं)


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