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विश्व हिंदू परिषद श्रीराम मंदिर के लिए मुस्लिमों से भी लेगा सहयोग, कानपुर की मुस्लिम बस्तियों में भी जाएगी टोली

कानपुर प्रांत के अभियान प्रमुख ने कहा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए बैंक खाते के जरिए भी लोग अपना सहयोग कर सकते हैं। गांव और बस्तियों में मुस्लिम परिवार भी होंगे ऐसे मुस्लिम जिन्हें वंदेमातरम से गुरेज नहीं है वह भी सहयोग कर सकते हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Fri, 01 Jan 2021 07:46 AM (IST)Updated: Fri, 01 Jan 2021 07:46 AM (IST)
कानपुर में मंदिर के लिए सहयोग जुटा रहा विहिप।

कानपुर, जेएनएन। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए विश्व हिंदू परिषद (विहिप) 50 लाख घरों तक पहुंचकर सहयोग राशि जुटाएगी। विहिप ने ये भी साफ किया है कि रामभक्त मुस्लिमों से भी सहयोग लिया जाएगा। चाहे वे चमनगंज में रह रहे हों या बेकनगंज में।

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विहिप की संगठनात्मक संरचना के मुताबिक कानपुर प्रांत 11,241 गांवों में फैला है। 21 जिला इकाइयां हैं जो कानपुर, ललितपुर, झांसी, बांदा, चित्रकूट, फतेहपुर, हमीरपुर, महोबा, जालौन, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, फर्रुखाबाद, कन्नौज तक फैली हैं। इनमें से अधिकांश जिलों में मुस्लिम आबादी भी काफी है। ज्यादातर गांवों में भी मिश्रित आबादी है। इसे देखते हुए विहिप ने तय किया है कि उनकी टोलियां सभी बस्ती व गांवों तक जाएंगी।

प्रांतीय अभियान प्रमुख दीनदयाल गौड़ के मुताबिक गांव और बस्तियों में मुस्लिम परिवार भी होंगे। ऐसे मुस्लिम जो राम भक्त हैं और जिन्हें वंदेमातरम से गुरेज नहीं है। साथ ही जिन्हें लगता है कि राम उनके भी पूर्वज हैं, वे खुले दिल से श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए सहयोग कर सकते हैं। जो इन चीजों को नहीं मानते, उनसे विहिप सहयोग नहीं लेगी। उनके मुताबिक चमनगंज हो, बेकनगंज या प्रेमनगर, विहिप की टोलियां घरों तक जाएंगी। जो सामने नहीं आना चाहते लेकिन दिल से सहयोग करना चाहते हैं, वे सीधे बैंक खातों में राशि भेज सकते हैं।


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