Vikas Dubey News: बिकरू कांड में शहीद सीओ के घरवालों ने एफआइआर पर उठाए सवाल
चौबेपुर थाने में तत्कालीन थाना प्रभारी विनय तिवारी ने एफआइआर दर्ज कराई गई थी और बाद में भूमिका संदिग्ध पाए जाने पर उन्हें गिरफ्तार किया गया था।
कानपुर, जेएनएन। शहीद सीओ देवेंद्र मिश्र के स्वजन ने दो जुलाई को बिकरू में पुलिस पर हुए हमले की एफआइआर पर सवाल खड़े किए हैं। उनका तर्क है कि जिस मामले में खुद वादी ही आरोपित हो जाए, उस एफआइआर पर कैसे विश्वास कर सकते हैं। स्वजन ने विधि विशेषज्ञ से एफआइआर का दोबारा परीक्षण करने की मांग की है। बिकरू कांड को लेकर चौबेपुर थाने में तत्कालीन थाना प्रभारी विनय तिवारी ने एफआइआर दर्ज कराई गई थी। जांच में खुद विनय तिवारी संदिग्ध पाए गए और गिरफ्तार कर जेल भेजे गए।
चौबेपुर के बिकरू गांव में पुलिस पर हमले के आरोपितों पर धारा 34 नहीं लगाए जाने की खबर का संज्ञान लेकर शहीद सीओ के परिवार ने एफआइआर की विधि विशेषज्ञों से परीक्षण कराने की मांग की है। रिश्तेदार कमलाकांत दुबे का तर्क है कि इस मुकदमे का वादी विनय तिवारी है जो खुद आरोपित हो चुका है। एफआइआर का परीक्षण कर लेना जरूरी है कि कहीं जानबूझकर उसमें कहीं कोई कमी तो नहीं छोड़ दी गई, जिसका लाभ आगे आरोपितों को मिल सकता है। उन्होंने सीओ और विनय तिवारी के नए वायरल ऑडियो को लेकर भी जांच की मांग की है। उनका कहना है कि विनय तिवारी जिस तरह से सीओ को बिकरू ले गया, उससे यह शक भी हो रहा है कि साजिश के तहत सीओ को बिकरू ले जाया गया, जहां उनकी हत्या कर दी गई।
पत्नी नहीं, बेटी करेगी नौकरी
शहीद सीओ की पत्नी पुलिस की नौकरी नहीं करेंगी बल्कि बड़ी बेटी वैष्णवी ही पिता का सपना पूरा करने के लिए खाकी पहनेगी। कमलाकांत दुबे के मुताबिक शासन ने नौकरी के लिए जो प्रक्रिया शुरू की है, उसमें बड़ी बेटी ने ही नौकरी के लिए आवेदन किया है। वह स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा दे रही है। स्नातक पूरा होते ही वैष्णवी पुलिस विभाग की सेवा करेगी।