Move to Jagran APP

नौकरी का सब्जबाग दिखा लाखों ठगने वाला शातिर गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, कानपुर : रेलवे में टीसी व टीटीई की नौकरी लगवाने का झांसा देकर बेरोजगारों

By JagranEdited By: Published: Thu, 07 Dec 2017 03:00 AM (IST)Updated: Thu, 07 Dec 2017 03:00 AM (IST)
नौकरी का सब्जबाग दिखा लाखों ठगने वाला शातिर गिरफ्तार
नौकरी का सब्जबाग दिखा लाखों ठगने वाला शातिर गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, कानपुर : रेलवे में टीसी व टीटीई की नौकरी लगवाने का झांसा देकर बेरोजगारों से 28 लाख रुपये हड़पने वाले शातिर ठग राम पराग अग्रहरी उर्फ राकेश को क्राइम ब्रांच ने बुधवार सुबह शुक्लागंज से गिरफ्तार कर लिया, जबकि गिरोह के सरगना दिनेश चौरसिया उर्फ गोलू व अन्य साथियों की तलाश जारी है।

loksabha election banner

महाराजपुर के हाथीपुर निवासी चार युवकों सतीश, आकाश सिंह, हितेंद्र गुप्ता व प्रदीप ने पिछले साल सितंबर में कोतवाली में फ्रॉड की रिपोर्ट लिखाई थी। उन्होंने बताया था कि रेलवे की नौकरी दिलाने के नाम पर गोरखपुर निवासी दिनेश चौरसिया उर्फ गोलू, रमाकांत पांडे, राकेश, भूपेंद्र, शानू, रेहान ने प्रति अभ्यर्थी सात लाख रुपये लिए थे। जब वे झारखंड के धनबाद में ज्वाइन करने पहुंचे तो पता लगा कि उन्हें दिया गया नियुक्ति पत्र फर्जी हैं।

मंगलवार को पीड़ितों ने ठगों में से एक राकेश का पता मालूम कर एसपी पूर्वी अनुराग आर्य को सूचना दी। एसपी के निर्देशन में बुधवार तड़के क्राइम ब्रांच के दारोगा विनोद ने फोर्स के साथ शुक्लागंज इंद्रानगर में दबिश देकर राकेश को उठाया। तब पता लगा कि राकेश का असली नाम रामपराग अग्रहरि है। पुलिस सरगना गोरखपुर निवासी दिनेश चौरसिया, रमाकांत पांडे, शानू, भूपेंद्र यादव, रेहान की तलाश में जुटी है।

--

मंत्री कोटे से नौकरी का दिया था झांसा:

आरोपियों ने बेरोजगारों को तत्कालीन रेलमंत्री के कोटे से नौकरी लगवाने का झांसा दिया था। आरोपी राकेश ने बताया कि उसकी कानपुर व उन्नाव के गांवों में अच्छी जान पहचान है। वहां के रहने वालों की मदद से वह बेरोजगारों को फंसाता था और गोरखपुर ले जाता था। वेरीफिकेशन के बाद ही युवाओं से रकम ली जाती थी।

--

लोको अस्पताल में मेडिकल, रेलवे से वेरीफिकेशन लेटर:

ठगों के सरगना दिनेश चौरसिया और रमाकांत पांडे गोरखपुर के रहने वाले हैं। वहां उनकी रेलवे के कुछ कर्मचारियों से अच्छी जान- पहचान है। यही वजह थी कि युवाओं को बुलाकर उसने रेलवे के लोको अस्पताल में मेडिकल कराया। विभाग की ओर से वेरीफिकेशन लेटर भेजा। पुलिस व एलआइयू का वेरीफिकेशन होने से युवाओं को ठगों पर भरोसा हो गया और उन्होंने रकम दे दी।

--

लोको अस्पताल का स्टाफ जांच दायरे में:

माना जा रहा है कि लोको अस्पताल में युवाओं का मेडिकल करने वाले भी ठगों के गिरोह में शामिल हैं। जल्द ही पुलिस की एक टीम दिनेश चौरसिया व रमाकांत पांडे की तलाश में गोरखपुर जाएगी। वेरीफिकेशन लेटर पर जिन लोगों के हस्ताक्षर हैं, उनसे भी पूछताछ की जाएगी। पुलिस अपनी जांच में लोको अस्पताल में मेडिकल होने को भी शामिल कर रही।

--

पिछले साल महाराजपुर के कुछ युवकों से रेलवे में नौकरी के नाम पर ठगी हुई थी। उसी मामले में एक आरोपी को पकड़ा गया है। गोरखपुर में मौजूद गैंग के सरगना को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। -- अनुराग आर्य, एसपी पूर्वी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.