बसों के स्टापेज पर सब्जी मंडी, नाई बना रहा हजामत
जागरण संवाददाता, कानपुर: शहर में सिटी बसों, टेंपो, आटो, ई रिक्शा के अराजकता की सबसे बड़ी
जागरण संवाददाता, कानपुर: शहर में सिटी बसों, टेंपो, आटो, ई रिक्शा के अराजकता की सबसे बड़ी वजह ये है कि अपने शहर में कोई भी ऐसा स्टापेज नहीं है, जिसपर ये वाहन रुकें और वहीं से सवारी लें। सिटी बसों के अधिकारियों ने नगर निगम द्वारा शहर में बनाये गए स्टापेज का सर्वे किया तो दंग रह गये, क्योंकि किसी स्टापेज पर सब्जीमंडी लगी थी तो किसी स्टापेज पर नाई हजामत बनाते मिला। शहर को साफ सुधरा बनाने का ख्वाब भी स्टापेज पर टूट जाते हैं क्योकि स्टापेज को कूड़ाघर की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है।
सिटी बसों की देखभाल करने वाली कानपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के एमडी नीरज सक्सेना ने सिटी बसों के लिये बने स्टापेज का गुरुवार को सर्वे कराया।
इस संबंध में एमडी का कहना है कि नगर निगम को सर्वे रिपोर्ट भेजकर स्टापेज को अवैध कब्जों से मुक्त कराया जायेगा ताकि स्टापेज पर ही बसें रुकें और वहीं से सवारी भी बस का इंतजार करे।
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परिवहन सर्वे की रिपोर्ट
ø रावतपुर में स्टापेज के अंदर सब्जीमंडी लगती है।
ø पोस्टमार्टम हाउस के बगल में स्टापेज ही कूड़ाघर बना है।
ø मोतीझील गेट पर पंचर वाला है।
ø कुछ कदम आगे दूसरे स्टापेज पर नाई लोगों की हमाजत बनाता है।
ø हर्ष नगर में स्टापेज पर पान मसाला बिकता है।
ø बकरमंडी में स्टापेज टूट गया और उसी के बगल में पंचर की दुकान है।
ø कोका कोला और गुमटी नंबर पांच के बीच तीन स्टापेज हैं, इनमें नाई की दुकान खुली है।
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क्या दिक्कत आ रही
ø कोई स्टापेज नहीं होने से लोग बस, टेंपो, आटो के इंतजार में हर जगह खड़े रहते हैं।
ø सवारी दिखते ही चालक ब्रेक लगा देते हैं जिससे पीछे का वाहन टेंपो में आगे भिड़ जाता है।
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रेलवे ट्रैक पर भी खड़े टेंपो
फर्रुखाबाद रेलमार्ग पर गुटैया क्रासिंग हों या जरीब चौकी क्रासिंग, यहां ट्रैक पर ही टेंपो, आटो और ई रिक्शा वाले खड़े रहते हैं। यहीं पर ट्रैफिक की टीम मौजूद रहती है लेकिन इन्हें ट्रैक से कोई नहीं हटाता।