सूबे में अगस्त से लांच होगी रोटा वायरस की वैक्सीन
गबन व धोखाधड़ी की विवेचना करेगा विशेष प्रकोष्ठ, अभिलेखीय अपराध अनुसंधान प्रकोष्ठ गठित, क्राइम आफिस में बैठेंगे विवेचक
जागरण संवाददता, कानपुर : सूबे में अगस्त से रोटा वायरस की वैक्सीन (टीका) लांच होगी। इस वैक्सीन को राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल कर लिया गया है। एक अगस्त से एक साल से कम उम्र के बच्चों को निश्शुल्क लगाई जाएगी।
छह माह से पांच साल तक के बच्चों में डायरिया की प्रमुख वजह रोटा वायरस का संक्रमण है। प्रत्येक वर्ष 40 फीसद बच्चे (पांच वर्ष वाले)रोटा वायरस के संक्रमण से हुए डायरिया की चपेट में आकर अस्पतालों में भर्ती होते हैं। बड़ी संख्या में बच्चों की मौत कारण भी यही वायरस होता है। इन मौतों की वजह से शिशु मृत्युदर पर लगाम नहीं लग पा रही है। इसलिए केंद्र सरकार ने शिशु मृत्युदर रोकने के लिए रोटा वायरस वैक्सीन को नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल किया है। सूबे के सभी जिलों में एक सप्ताह तक वैक्सीन मंगा ली जाएगी। यह वैक्सीन ओरल दी जाएगी, एक खुराक में पांच बूंद पिलाई जाएगी।
ऐसे लगेगी वैक्सीन
बच्चे के जन्म के छह हफ्ते के बाद पेंटावेलेंट एक की डोज के साथ पहली खुराक। दसवें हफ्ते के बाद पेंटावेलेंट दो की डोज के साथ दूसरी खुराक एवं 14 हफ्ते बाद पेंटावेलेंट तीन की डोज के साथ तीसरी खुराक दी जाएगी। अगर चूक गए हैं तो एक साल के अंदर पहली खुराक पिलाने पर एक साल के बाद भी कोर्स पूरा कर सकते हैं। एक साल बाद खुराक शुरू नहीं की जाएगी।
प्राइवेट में 600 रुपये लगता है चार्ज
रोटा वायरस की वैक्सीन नर्सिग होम या निजी क्लीनिकों में 600 रुपये खर्च करने पर लगती है।
इनकी पूरी हो चुकी ट्रेनिंग
जिले के मेडिकल आफिसर, एएनएम, आशा कार्यकत्रियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं टीकाकरण से जुड़े कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा चुकी है।
बोले जिम्मेदार
'सूबे में रोटा वायरस की वैक्सीन की लांचिंग एक अगस्त से होगी। नियमित टीकाकरण में शामिल कर लिया गया है। केंद्र सरकार एक सप्ताह में सभी जिलों में उपलब्ध करा देगी। एक अगस्त से एक साल से छोटे बच्चों को निश्शुल्क पिलाई जाएगी।'
- डॉ. जीके मिश्रा, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एवं जिला क्षय रोग अधिकारी।