Lockdown में भी अनवरत जारी है संकल्प और समर्पण का क्रम, स्वयंसेवक लगा रहे कुटुंब शाखा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रांत कार्यालय से कुटुंब शाखाएं सक्रिय करने का आदेश मिला है।
महोबा, [सुबोध मिश्र]। लॉक डाउन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवकों ने सुबह शाखा स्थल पर जाने के बजाए घरों के भीतर या छतों पर ही कुटुंब शाखा का संचालन शुरू कर दिया है। इससे उनकी दिनचर्या प्रभावित नहीं हुई और राष्ट्र जागरण का संकल्प भी पूरा हो रहा है।
इसे संगठन के प्रति अटल निष्ठा कहें या राष्ट्र को परम वैभव तक ले जाने का संकल्प, संघ की शाखाएं हर रूप में समर्पित नजर आती हैं। नियमित दिनचर्या, अनुशासन व बात व्यवहार में शालीनता देखनी हो तो शाखा में आएं। कोरोना संक्रमण के संकट काल में भी दिनचर्या या शाखाओं का संचालन प्रभावित नहीं हुआ। बदलाव सिर्फ इतना आया कि एक जगह एकत्र होने की बजाए शाखाओं ने परिवार में ही कुटुंब शाखा का रूप ले लिया। शाखा में गाया जाने वाला गीत ‘हम करें राष्ट्र आराधन, तन से मन से धन से, तन, मन, धन जीवन से’ पूरी तरह जीवंत हो रहा है।
जिला प्रचारक पुनीत के अनुसार 39 मंडल, दो नगर व पांच खंडों वाले महोबा जनपद में लॉक डाउन से पहले नियमित 53 शाखाएं लगती थीं। अब शारीरिक दूरी के नियम का पालन करने के लिए मैदान शाखाएं स्थगित हुई तो प्रांत कार्यालय से कुटुंब शाखाएं सक्रिय करने का आदेश दिया गया ताकि राष्ट्र जागरण में व्यवधान न हो। स्वयंसेवकों ने घरों के अंदर या छतों पर पारिवारिक सदस्यों के साथ कुटुंब शाखा का संचालन शुरू किया।
यहां ध्वज प्रणाम के साथ शुरू होने वाली शाखा योग, ध्यान, प्रेरक प्रसंगों की चर्चा व बच्चों के विभिन्न खेलों के साथ ध्वज वंदना और उसके बाद ध्वज संकलन कर शाखा विकिर (समापन) की परंपरा निभाई जा रही है। जिला प्रचारक पुनीत के मुताबिक फिलहाल 28 कुटुंब शाखाएं चल रही हैं, जिनकी कार्यकर्ता प्रतिदिन संघ कार्यालय को रिपोर्ट भेजते हैं। यहां से प्रांत कार्यालय को सूचना दी जाती है।