वेबकॉन 2020 : राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा, सुझाव तय करेंगे खाद्यान्न व्यवस्था की नीति
सीएसए विश्वविद्यालय द्वारा कृषि उत्पादन और प्रबंधन पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय वेबकॉन 2020 में राज्यपाल ने कोविड-19 पोस्ट एग्रीकल्चरल एंड ट्रांसफार्मेशन पुस्तक का विमोचन किया।
कानपुर, जेएनएन। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि कृषि विशेषज्ञों, कृषि शिक्षकों वकिसानों की बदौलत कोरोना आपदा के समय कोई भी खाली पेट नहीं सो रहा है। इस तरह सरकारी-गैर सरकारी संस्थाएं जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचा रहीं हैं। कोरोना योद्धाओं के रूप में इनकी जितनी तारीफ की जाए वह कम है। वह चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) की ओर से कृषि उत्पादन और प्रबंधन पर आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय वेबकॉन 2020 को संबोधित कर रही थीं।
वेबकॉन में राज्यपाल ने कहा कि वेबकॉन में आए सुझाव खाद्यान्न व्यवस्था की नीतिनिर्धारण में सहायक साबित होंगे। उन्होंने कोविड-19 पोस्ट एग्रीकल्चरल एंड ट्रांसफार्मेशन पुस्तक का विमोचन किया और विश्वविद्यालय प्रशासन को आयोजन की बधाई दी। कहा कि खाद्य पोषण आपूर्ति में किसान महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे हैं। कृषि विवि किसानों को किराए पर उपकरण और अन्य सामान मुहैया कराने के साथ उन्हें तकनीकी सहयोग भी दे रहा है। लॉकडाउन के दौरान संयुक्त कृषि प्रणाली की उपयोगिता बढ़ गई है।
इस अवसर पर कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि अब तक 873 मीटिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है। लॉकडाउन में रबी फसल की कटाई-मड़ाई में समस्या न आने के लिए दूसरे प्रदेशों से 4474 कंबाइन मशीनें मंगवाई गईं हैं। खरीफ फसल के लिए 24 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल आच्छादित करने का लक्ष्य है। केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय इम्फाल के पूर्व कुलपति पदम भूषण प्रो. राम बदन सिंह ने आधुनिक कृषि तकनीक की जानकारी दी। वेबिनार में कुलपति डॉ. डीआर सिंह ने सभी विशेषज्ञों और अतिथियों का स्वागत किया। पहले दिन 42 विशेषज्ञों के व्याख्यान हुए।