कपड़ों से निकलेगी फूलों की सुगंध, स्मार्ट क्लाथ बनाकर तकनीकी के छात्र पाएंगे रोजगार
एआइटीएच व यूपीटीटीआइ के साथ सुगंध व सुरस विकास केंद्र करार करेगा। कन्नौज के सुरस विकास केंद्र जाकर बीटेक अंतिम वर्ष के छात्र प्रयोगात्मक अध्ययन भी करेंगे। वो ऐसे कपड़े बनाने का अध्ययन करेंगे जिसमें से खूशबू आएगी और तरोताजा रखेंगे।
कानपुर, जेएनएन। तकनीकी कालेजों के छात्रों को फूलों से निकलने वाली खुशबू से सराबोर वस्त्रों (स्मार्ट क्लाथ) के निर्माण से संबंधित टेक्नालाजी को सीखने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे इन छात्रों को भविष्य में रोजगार मिल सकेगा। इसके लिए अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी फॉर हैंडीकैप्ड (एआइटीएच) व उत्तर प्रदेश वस्त्र एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (यूपीटीटीआइ) के साथ सुगंध एवं सुरस विकास केंद्र करार करने जा रहा है।
करार के तहत छात्र ऐसे कपड़े बनाने का अध्ययन करेंगे जिनमें खुशबू आएगी और जो पहने वालों को तरोताजा रखेंगे। वे सुगंध एवं सुरस विकास केंद्र कानपुर व कन्नौज में प्रायोगिक अध्ययन करेंगे। सुगंध व सुरस विकास केंद्र के सहायक निदेशक डॉ. भक्ति विजय शुक्ला ने बताया कि बीटेक अंतिम वर्ष तक के छात्रों का प्रयोगात्मक अध्ययन संस्थान में होगा। एआइटीएच के छात्र फूलों से बनने वाले उत्पाद व उन्हें तैयार करने की एवं यूपीटीटीआइ के छात्र कपड़ों को फूलों की खुशबू से सराबोर करने की तकनीकी सीखेंगे।
कन्नौज में छात्रों के दो टूर भेजे गए
यूपीटीटीआइ के निदेशक प्रो. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि फूलों से निकलने वाले इत्र,अगरबत्ती व अन्य सुगंधित उत्पाद बनाए जाने का अध्ययन करने के लिए लॉकडाउन से पहले छात्रों के दो टूर सुगंध एवं सुरस विकास केंद्र भेजे गए थे। अब छात्र अनुसंधान करके स्मार्ट क्लॉथ बनाना सीखेंगे।