पुलिस की लापरवाही पर हंगामा, चौकी प्रभारी निलंबित
पनकी में रतनपुर चौकी के पास शुक्रवार रात दबंगों ने प्रापर्टी डीलर की पीट-पीटकर की थी हत्या
जागरण संवाददाता, कल्याणपुर : पनकी में रतनपुर चौकी के पास प्रापर्टी डीलर व भाजपा कार्यकर्ता अजय तिवारी के हत्यारों को दो दिन बाद भी पुलिस पकड़ नहीं सकी है। इस पर स्वजन व इलाकाई लोगों ने रविवार दोपहर हंगामा किया। पिता ने गिरफ्तारी होने तक अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया। डीसीपी पश्चिम व कई थानों का फोर्स पहुंचा। राज्यमंत्री नीलिमा कटियार ने भी परिवार को सांत्वना दी और कार्रवाई का भरोसा दिलाया। चार घंटे बाद स्वजन अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए। इधर, डीसीपी ने चौकी प्रभारी व दो सिपाहियों को लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया।
दशहरा पर शुक्रवार रात मेला देखकर लौटते समय अजय से दबंगों ने शराब के लिए 500 रुपये मांगे और विरोध पर पीटकर हत्या कर दी थी। घटना रतनपुर चौकी के पास हुई, फिर भी पुलिस को भनक नहीं लगी। सुबह स्वजन थाने पहुंचे तो जानकारी हुई। अजय के पिता शिवानंद तिवारी ने धर्मेंद्र सिंह, दीपू भदौरिया, सुनील चतुर्वेदी व चार अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट लिखाई थी। शनिवार शाम पोस्टमार्टम के बाद स्वजन शव घर लाए। रविवार सुबह तक आरोपितों की गिरफ्तारी न होने पर उनका गुस्सा फूट पड़ा। पिता शिवानंद ने गिरफ्तारी की मांग करते हुए अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया। आत्मदाह की चेतावनी भी दी। इलाके के लोगों ने चौकी प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके बाद डीसीपी पश्चिम बीबीजीटीएस मूर्ति ने चौकी प्रभारी पंकज जायसवाल और दो सिपाहियों रामपाल व विमलेश को निलंबित कर दिया। राज्यमंत्री नीलिमा कटियार के समझाने पर स्वजन शव अंतिम संस्कार को राजी हुए। डीसीपी ने बताया, हमलावरों के साथी से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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चौकी से नदारद रहती पुलिस, नहीं होती गश्त
लोगों ने बताया कि चौकी से चंद कदम पर वारदात हुई, लेकिन कोई बचाने नहीं आया। अगर पुलिस होती तो अजय जीवित होते। बताया कि पुलिस गश्त नहीं करती। अराजक तत्व लोगों से वसूली करते हैं। डीसीपी ने बताया कि चौकी प्रभारी पंकज कुमार के स्थान पर दारोगा आदेश को प्रभारी बनाया गया है।
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एक हत्यारोपित ने चौकी आकर दी थी तहरीर
वारदात के बाद आरोपितों ने पेशबंदी में खुद ही चौकी पहुंचकर तहरीर दी थी। उसने कहा कि अजय तिवारी ने मारपीट की है और उससे जान का खतरा है। तब भी चौकी प्रभारी लापरवाही बरतते रहे और घटना की जांच कराने की कोशिश नहीं की। अगर दारोगा मौके पर पहुंच जाते तो हमलावर गिरफ्त में होते।
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आधा दर्जन लोगों से हो रही पूछताछ
पुलिस ने इलाके के आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। इसमें आरोपित के रिश्तेदार भी शामिल हैं। उन्होंने आरोपितों के कुछ ठिकानों के बारे में जानकारी दी है। वहां दबिश के लिए पुलिस टीम भेजी गई है। पुलिस आरोपितों के फोन की काल डिटेल निकलवा रही है। हालांकि फोन बंद होने से उनकी सही लोकेशन नहीं मिल पा रही है।