Move to Jagran APP

डेंगू से बैंक कर्मचारी की मौत पर हंगामा, मारपीट

गोविंद नगर स्थित एक हॉस्पिटल में रविवार भोर डेंगू पीड़ित बैंक कर्मचारी की मौत पर स्वजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Nov 2019 01:49 AM (IST)Updated: Wed, 13 Nov 2019 06:05 AM (IST)
डेंगू से बैंक कर्मचारी की मौत पर हंगामा, मारपीट
डेंगू से बैंक कर्मचारी की मौत पर हंगामा, मारपीट

जागरण संवाददाता, कानपुर दक्षिण : गोविंद नगर स्थित एक हॉस्पिटल में रविवार भोर डेंगू पीड़ित बैंक कर्मचारी की मौत पर स्वजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। आरोप है कि बगैर भुगतान के अस्पताल प्रशासन शव देने को तैयार नहीं था। उधर, अस्पताल प्रशासन ने आरोप से इन्कार किया है। मरीज के स्वजनों पर मारपीट एवं तोड़फोड़ की धमकी देने का आरोप लगाया है।

loksabha election banner

उन्नाव के शुक्लागंज के आनंद नगर निवासी यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की परेड शाखा में कैशियर के पद पर तैनात 35 वर्षीय प्रेम चंद्र शुक्ला को डेंगू होने पर गोविंद नगर स्थित हॉस्पिटल में 31 अक्टूबर को भर्ती कराया था। उनके भाई विवेक शुक्ला ने बताया कि उन्हें सीधे आइसीयू में भर्ती कर लिया गया। इलाज में लापरवाही से रविवार भोर 3.55 बजे मौत हो गई। शनिवार रात बिल 5.91 लाख रुपये था, जो रविवार सुबह 6.50 लाख रुपये कर दिया। बिल भुगतान को लेकर कर्मचारियों से विवाद भी हुआ। अस्पताल प्रशासन बिना बिल भुगतान के शव देने को तैयार नहीं था। इसलिए सुबह से लेकर दोपहर 12.30 बजे तक अस्पताल के कर्मचारियों से नोकझोक होती रही। हंगामा बढ़ता देखकर पुलिस बुलानी पड़ी। उधर, अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मरीज का मेडीक्लेम था। इसके बिल भुगतान में 4-5 घंटे लगते हैं। बीमा कंपनी ने 3 लाख रुपये का भुगतान ही किया। बिल में छूट देते हुए 1.44 रुपये का भुगतान मांगने पर स्वजन भड़क गये। कर्मचारियों से मारपीट करने लगे। तोड़फोड़ की धमकी भी दी। न इलाज में लापरवाही और न भुगतान के लिए शव रोका गया है।

मृत्यु प्रमाणपत्र में तिथि का आरोप गलत

स्वजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने 27 अक्टूबर को प्रेम चंद्र की मृत्यु का प्रमाणपत्र दिया है। उनका कहना है कि जब 31 अक्टूबर को भर्ती हुए तो पहले का मृत्यु प्रमाण पत्र कैसे जारी कर दिया। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि बीमा कंपनी को भुगतान के लिए भेजे कागज में चूक से तिथि गलत अंकित हुई थी, जिसे ठीक करा लिया है। - बिल के लेनदेन को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हुई थी। भुगतान के बाद मामला शांत हुआ है। स्वजन की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई करेंगे।

- संजीवकांत मिश्र, थाना प्रभारी गोविद नगर।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.