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UP Politics: न‍िकाय चुनाव में भगवा हुआ यूपी, बुंदेलखंड-कानपुर क्षेत्र में कांग्रेस और बेजान, 2024 की डगर कठिन

UP Nikay Chunav 2023 Result यूपी न‍िकाय चुनाव में जहां प्रदेश ट्रिपल इंजन सरकार बनी वहीं बुंदेलखंड-कानपुर क्षेत्र में कांग्रेस और बेजान हो गई। कांग्रेस का दोनों नगर निगम नगर पंचायतों व पालिकाओं में बेहद लचर प्रदर्शन रहा। कांग्रेस पिछले निकाय चुनाव से भी निचले पायदान में खिसक गई।

By Jagran NewsEdited By: Prabhapunj MishraPublished: Sun, 14 May 2023 11:20 AM (IST)Updated: Sun, 14 May 2023 11:20 AM (IST)
UP Politics: न‍िकाय चुनाव में भगवा हुआ यूपी, बुंदेलखंड-कानपुर क्षेत्र में कांग्रेस और बेजान, 2024 की डगर कठिन
UP Nikay Chunav 2023 Result: बुंदेलखंड-कानपुर क्षेत्र में भी कमजोर हुई कांग्रेस

कानपुर, [शिवा अवस्थी]। UP Nikay Chunav 2023 Result प्रदेश में संगठन को नए सिरे से मजबूत कर कुछ अलग करने की आस लगाए कांग्रेस को निकाय चुनाव में घोर निराशा मिली है। बेहतर प्रदर्शन छोड़िए, पार्टी पिछले चुनाव से भी निचले पायदान पर खिसक गई है। बुंदेलखंड-कानपुर क्षेत्र में दोनों नगर निगमों, नगर पालिकाओं व पंचायतों में और बेजान हुई पार्टी के लिए 2024 में लोकसभा चुनाव की डगर कठिनाई भरी होगी। इसे लेकर पार्टी के रणनीतिकार चिंतित हैं।

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भविष्य को लेकर उनकी धड़कनें तेज हो गई हैं। कानपुर व झांसी नगर निगम में पार्टी के महापौर प्रत्याशी औंधे मुंह गिर पड़े। वह भी तब जब प्रदेश अध्यक्ष बृजलाल खाबरी व प्रांतीय अध्यक्ष नसीमुद्दीन सिद्दीकी स्वयं बुंदेलखंड के जालौन और बांदा जिलों से हैं। इनके घरों पर ही पार्टी की लाज नहीं बच पाई। जालौन में पार्टी का खाता तक नहीं खुला। बांदा में जरूर नगर पंचायत की ओरन सीट पर बहुत कम अंतर से जीत मिली।

कन्नौज में समधन व हमीरपुर में सुमेरपुर नगर पंचायत में पार्टी प्रत्याशी जीते। बुंदेलखंड जोन के प्रांतीय अध्यक्ष अनिल यादव के गृह जिले इटावा व कानपुर में पार्टी टिकट वितरण के बाद से ही बिखरी दिखी। नतीजा, नगर निगम सदन पहुंचने वाले पार्षदों की संख्या ही पिछली बार से घट गई। महापौर प्रत्याशी का प्रदर्शन भी कमजोर रहा। तीन-तीन बड़े नेताओं का जमीनी आधार की भी कलई खुल गई। विपरीत परिस्थितियों में जीतते आ रहे कई दिग्गज नेताओं को हार का मुंह देखना पड़ा।

किसी बड़े नेता के चुनाव प्रचार में नहीं आने के कारण भी कांग्रेस प्रत्याशी मोर्चों पर कमजोर नजर आए। ---भितरघात नहीं भांप सकेपहला चुनाव लड़ने के कारण टिकट वितरण से लेकर मतदान के अंतिम मोर्चे तक कांग्रेस महापौर प्रत्याशी आशनी विकास अवस्थी अंतर्कलह और भितरघात से जूझती रहीं। शहर के दिग्गज नेताओं की खींचतान रही। आखिर में बाहरी तौर पर एकजुटता दिखी, लेकिन अंदरखाने कतरब्योंत परिणाम में साफ दिख रहा। आशनी व उनके पति विकास अवस्थी भितरघात को नहीं भांप सके।

खास तथ्य

2,91,591 मत मिले थे पिछली बार कानपुर नगर निगम चुनाव में

90,480 मतों पर ही इस बार करना पड़ा संतोष

2,01,111 कम मत मिले पिछली बार से पार्टी को

1,34,361 वोट मिले 2022 के विधानसभा चुनाव में

नगर निगम क्षेत्र की सातों विधानसभा सीटों में 3 जगह बांदा, कन्नौज व हमीरपुर में ही नगर पंचायत में एक-एक जगह जीती पार्टी।

आपसी लड़ाई में पार्टी हारी। इसलिए यहां काम करने का मन नहीं हो रहा। हम मायूस हैं। 16 मई के बाद पार्टी नेतृत्व के निर्णय के आधार पर आगे का काम करेंगे।

अनिल यादव, प्रांतीय अध्यक्ष बुंदेलखंड-कानपुर क्षेत्र।


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