Ayodhya Structure Demolition Case: सीबीआइ का फैसला आने पर शहर में सतर्कता बढ़ी, हर चौराहे पर पुलिस मुस्तैद
अयोध्या में विवादित ढांचा विध्वंस मामले में सीबीआइ की अदालत ने प्रबल साक्ष्य न होने की वजह से केस में आरोपित रहे लोगों को बरी करने का फैसला सुनाने के बाद शहर में पुलिस सतर्कता बढ़ा दी गई है और संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनात किया गया है।
कानपुर, जेएनएन। अयोध्या विवादित ढांचा विध्वंस मामले में बुधवार को सीबीआइ का फैसला आने के बाद शहर में तनाव के हालात न बनें इसके लिए पुलिस सतर्क हो गई है। हर चौक और चौराहे पर पुलिस मुस्तैद कर दी गई है। वहीं फैजाबाद के जिलाधिकारी रहे दिवंगत आइएएस रामशरण श्रीवास्तव के नौबस्ता स्थित घर पर भी पुलिस बल मंगलवार शाम से ही तैनात है। पुलिस बल ने संवेदनशील स्थानों पर रूट मार्च किया। अफसरों ने दोनों पक्षों से शांति व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी तरह की प्रतिक्रिया न करने की अपील की। संवेदनशील स्थानों पर पुलिस के साथ पीएसी तैनात कर दी गई है। शहर में पुलिस व प्रशासनिक अफसरों को एक साथ गस्त करने को कहा गया है।
पुलिस बल ने किया रूट मार्च
एडीजी जोन जय नारायण सिंह बाबूपुरवा पहुंचे, जहां उन्होंने ने एसपी साउथ दीपक भूकर और थाने के फोर्स के साथ चौराहे से ईदगाह तक पैदल गश्त किया। इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद S10 के सदस्यों और संभ्रांत नागरिकों से आपसी सौहार्द बनाए रखने की अपील की। उन्होंने पुलिस से अराजक तत्वों की गतिविधियों पर नजर रखने और सूचना पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अब तक कहीं से कोई कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाली सूचना नहीं मिली है। फैसले और आगामी त्योहारों के मद्देनजर शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस के साथ एक कंपनी पीएसी बल तैनात किया गया है। सभी अधिकारी अग्रिम आदेश तक अपने क्षेत्रों में भ्रमणशील रहेंगे। करीब आधे घंटे तक यहां रुकने और जायजा लेने के बाद एडीजी रवाना हुए। इसी तरह नौबस्ता में सीओ गोविंद नगर के साथ एसीएम प्रथम ने चित्र में गस्त किया लोगों से फैसले का शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। आईजी मोहित अग्रवाल भी नजर रखे हुए हैं।
एसएसपी डॉ प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि पहले से ही अपील की जा जा चुकी है कि फैसला आने पर काई आतिशबाजी और जुलूस नहीं निकाला जाएगा। एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल के नेतृत्व में पुलिस ने यतीमखाना, चमनगंज, तलाक महल और बाबूपुरवा क्षेत्र में रूट मार्च किया है।
वहीं फैजाबाद के तत्कालीन डीएम रहे दिवंगत आाइएएस रामशरण के नौबस्ता स्थित घर पर एक सिपाही व दो होमगार्ड तैनात किए गए हैं। नौबस्ता थाना प्रभारी कुंजबिहारी मिश्र ने बताया कि आइएएस रामशरण श्रीवास्तव के परिवार में दो शादीशुदा बेटियां हैं। बड़ी बेटी सिंगापुर में और दूसरी बेंगलुरू में अपने परिवारों संग रह रही हैं। नौबस्ता में विराट नगर चौकी के पास स्थित दिवंगत आइएएस के घर पर केवल दो किरायेदार रहते हैं। आठ दिन पहले ही आइएएस रामशरण श्रीवास्तव का बीमारी के चलते निधन हो गया था, तब छोटी बेटी व दामाद और रिश्तेदारों ने आकर अंतिम संस्कार किया था। इसके बाद वे सभी चले गए।