Move to Jagran APP

किताबों के पंख से उड़ान भरेंगी श्रमिकों की बेटियां, श्रम कल्याण परिषद करेगा आर्थिक मदद

पढ़ें बेटियां बढ़ें बेटियां के क्रम में श्रम कल्याण परिषद अब श्रमिकों की बेटियों को किताबे खरीदने के लिए आर्थिक मदद देगा। महादेवी वर्मा पुस्तक क्रय आर्थिक योजना के तहत दो बेटियों को साल में एक बार किताबें खरीदने के लिए 7500 रुपये एकमुश्त मिलेंगे।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Wed, 04 Aug 2021 08:50 AM (IST)Updated: Wed, 04 Aug 2021 08:50 AM (IST)
किताबों के पंख से उड़ान भरेंगी श्रमिकों की बेटियां, श्रम कल्याण परिषद करेगा आर्थिक मदद
महादेवी वर्मा पुस्तक क्रय आर्थिक योजना के तहत मिलेगी सहायता।

कानपुर, समीर दीक्षित। श्रमिकों की बेटियों की पढ़ाई में अब कोई बाधा नहीं आएगी। उन्हें सिर्फ पढऩा है और किताबों का इंतजाम सरकार करेगी। श्रम कल्याण परिषद की महादेवी वर्मा पुस्तक क्रय आर्थिक योजना के तहत इन बेटियों को किताबें खरीदने के लिए राशि दी जाएगी। श्रम कल्याण परिषद श्रमिकों के कल्याण के लिए समय समय पर कई योजनाएं संचालित करता आ रहा है। श्रमिकों के बच्चों की पढ़ाई से लेकर अन्य खर्च के लिए खास ध्यान दे रहा है, जिसका लाभ श्रमिकों को मिल रहा है।

loksabha election banner

श्रमिकों के बच्चों की पढ़ाई को लेकर गंभीर श्रम कल्याण परिषद महादेवी वर्मा पुस्तक क्रय आर्थिक योजना लेकर आया है, जिसमें श्रमिकों की बेटियों को खासा लाभ मिलेगा। इसमें श्रमिकों की बेटियों को किताबें खरीदने के लिए एकमुश्त 7500 रुपये दिए जाएंगे। इसके लिए श्रमिकों को श्रम कल्याण परिषद के आनलाइन पोर्टल पर आवेदन करना होगा। कई बार श्रमिकों की बेटियां पढऩा तो चाहती हैं, मगर आर्थिक बंदिशों की बेडिय़ां उनकी पढ़ाई की राह में रोड़ा बन जाती हैं। अब श्रमिकों की बेटियों की पढ़ाई के लिए सरकार किताबों का इंतजाम करने जा रही है ताकि वह भी समाज की मुख्य धारा से जुड़ सकें।

दो बेटियों तक मिलेगा लाभ, परास्नातक तक की किताबें खरीद सकतीं

इस योजना के तहत बेटियां परास्नातक स्तर तक की किताबें खरीद सकेंगी। परिषद की ओर से परास्नातक तक के पाठ्यक्रमों की सूची तैयार की जा चुकी है। आवेदन करने वाली बेटियों को पाठ्यक्रम की जानकारी भी देनी होगी।

30 सितंबर तक कर सकती हैैं आवेदन

श्रम कल्याण परिषद के अधिकारियों ने बताया कि योजना को नवंबर 2020 में लांच किया गया था। हालांकि, उसके बाद कोरोना महामारी की दूसरी लहर के चलते श्रमिकों तक व्यापक प्रचार-प्रसार नहीं हो सका। अब श्रमिकों की बेटियां 30 सितंबर तक आवेदन कर सकती हैं।

ये हैैं योजना के लाभार्थी

श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष सुनील भराला ने बताया कि जिन श्रमिकों के एक या दो बेटियां हैैं। उन्हें इस योजना का लाभ मिलेगा। साथ ही जिन श्रमिकों का वेतन 15 हजार रुपये तक है। आवेदन के बाद जांच करके उनकी बेटियों को इसका लाभ दिया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.