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राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बताए तीन मंत्र, छात्रों से कहा- आगे बढ़ने के लिए अपनाएं कर्म-भक्ति और ज्ञान योग

कानपुर के मंधना स्थित रामा ‌यूनिवर्सिटी के दूसरे दीक्षा समारोह में मुख्य अतिथि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने छात्रों से आजादी के सौल साल पूरे होने से पहले भारत को विश्वगुरु बनाने का आह्वान किया। समारोह में मेधावियों और शोधा‌र्थियों को अवार्ड और उपाधियां वितरित कीं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Fri, 11 Nov 2022 01:31 PM (IST)Updated: Fri, 11 Nov 2022 01:31 PM (IST)
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बताए तीन मंत्र, छात्रों से कहा- आगे बढ़ने के लिए अपनाएं कर्म-भक्ति और ज्ञान योग
कानपुर की रामा यूनिवर्सिटी के दीक्षा समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शिरकत की।

कानपुर, जागरण संवाददाता। यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि आजादी के 100 साल पूरे होने पर देश कैसा होना चाहिए, इसकी चिंता अभी से करनी होगी। भारत को विश्व गुरू बनाने की जिम्मेदारी युवा कंधों पर है, जो यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे हैं और जो यहां से डिग्री लेकर आगे जा रहे हैं। इसलिए कर्म योग, भक्ति योग व ज्ञान योग से पढ़ाई करें और आगे बढ़ते रहें। वह मंधना स्थित रामा ‌विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षा समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहीं थीं।

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उन्होंने विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद से मूल्यांकन कराने और समाजसेवा के कार्यो में बढ़ कर हिस्सा लेने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी चाहे जितने आगे बढ़ जाएं लेकिन कभी अपनी माँ को नहीं भूलना है। क्योंकि वह कर्म, भक्ति व ज्ञान योग से काम करके बच्चों के जीवन का मार्ग प्रशस्त करती हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन से कहा कि ऐसे प्रोजेक्ट बनाएं, जिससे छात्र गांवों में जाकर सरकार की नीतियों का सही से क्रियान्वयन करा सकें और लोगों की समस्याओं को सामने लाकर सरकारी योजनाओं का लाभ दिला सकें।

माता-पिता और शिक्षकों के प्रति ईमानदार रहें छात्र

विशिष्ट अतिथि के रूप में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना मौजूद रहे। उन्होंने डिग्री पाने वाले छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं दी और कहा कि हमेशा अपने माता-पिता, शिक्षकों व व्यवसाय के प्रति ईमानदार रहे। कभी आपको कठिनाइ का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जब देश आजादी की 100 वीं वर्षगांठ मनाएगा, तब आप लोगों की जिम्मेदारी सबसे ज्यादा होगी। आप ऐसा मुकाम हासिल करें , जिससे आपके नाम से आपके शहर व राज्य की पहचान हो।

3222 छात्रों और शोधार्थियों को मिले अवार्ड

समारोह में वर्ष 2019 से 2022 तक के 3222 छात्रों और शोधार्थियों को उपाधियां प्रदान की गईं। इसमें से 133 छात्रों को गोल्ड मेडल, 102 को सिल्वर और 45 को पीएचडी की डिग्री दी गई। साथ ही कार्यक्रम में 25 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को किट, दिव्यांगों को ट्राइसाइकिल, अनाथालय और प्राइमरी स्कूल के बच्चों को स्टेशनरी किट व बैग का वितरण किया गया।

कुलाधिपति ने गिनाईं विश्वविद्यालय की उपलब्धियां

कुलाधिपति डा. सूरज कुशवाहा ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और समूह में उपाधियां प्राप्त करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को शपथ दिलाई। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं सामाजिक सरोकारों से भी जुड़े हुए हैं। इसमें नर्सिंग पैरामेडिकल स्टाफ का योगदान अतुलनीय है। भारत सरकार की ओर से चलाये जा रहे उन्नत भारत अभियान के तहत उच्च शिक्षण संस्थानों को ग्रामीण विकास से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। आसपास के ग्रामों को गोद दिया है।

छात्र गांवों में जाकर किसानों को रेन वाटर हार्वेस्टिंग, जैविक खेती आदि के बारे में जानकारी देते हैं। हमारी कोशिश है कि गांवों में जाकर व्यवसाय व रोजगार बढ़ाने के लिए कार्य करेंगे। कार्यक्रम में विधायक नीलिमा कटियार, विश्वविद्यालय के कुलपति डा जनार्दन अमरनाथ, निदेशक डा. प्रणव सिंह, रामा कुशवाहा, डा अनु कुशवाहा और विभिन्न संकायों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष व शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद रहे।


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