कानपुर समेत पूरे राज्य में गृहकरदाताओं की स्थिति जानने के लिए सरकार ने लिया यह फैसला
17 अंकों में कैद हाेगा मकानों का ब्योरा। गृहकर में खेल नहीं कर पाएंगे मकान के स्वमी। ऑनलाइन अपने मकान की स्थिति की ले सकेंगे जानकारी। इससे गृहकर मेें अब नहीं किया जा सकेगा खेल आएगी बेहतरी। नगर निगम लखनऊ की कंपनी से मकानों का सर्वे करा रहा है।
कानपुर, जेएनएन। अब 17 नंबर यूनीक कोड में आपके मकान की पूरी कुंडली होगी। इससे आप घर बैठ करके कंप्यूटर के माध्यम से अपने मकान की स्थिति जान सकेंगे। एक यूनीक कोड का एक ही मकान का होगा। इससे गृहकर में भी खेल नहीं हो पाएगा।
सरकार ने पूरे प्रदेश में एक ही यूनीक कोड रखने का फैसला लिया है। पूरे प्रदेश में आपके मकान के नाम का एक ही यूनीक कोड होगा। यूनीक कोड देने के लिए नगर निगम ने तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत नगर निगम लखनऊ की कंपनी से मकानों का सर्वे करा रहा है। साथ ही संपत्ति कोड भी दिया जाएगा। इससे पता चल जाएगा कि शहर में कितने मकान हैं। कितने टैक्स दे रहे हैं। हालांकि, अभी इस प्रक्रिया में समय लगेगा। अभी कंपनी ने पांच वार्ड में मकानों का सर्वे पूरा किया है। 110 वार्डों में सर्वे होना है। इससे ये भी पता चल जाएगा कि कौन सी संपत्ति आवासीय, अनावासीय और मिश्रित श्रेणी की हैं।
ऐसा होगा 17 अंकों का एक यूनीक कोड
प्रथम दो अंक : लोकल गवर्नमेंट डायरेक्टरी के अनुसार प्रदेश का कोड
तीन व पांच अंक : स्थानीय निकाय का कोड
अंक छह से सात : स्थानीय निकाय जोनल कोड
अंक आठ से दस : स्थानीय निकाय वार्ड का कोड
यूनीक कोड के अंक 11 से 16 - संपत्ति कोड
यूनीक कोड के अंक 17 - विशेष अक्षर
आर- आवासीय
एन- अनावसीय संपत्ति के लिए
एम- मिश्रित संपत्ति के लिए