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बढ़ सकती हैं यूपीसीडा के प्रधान महाप्रबंधक समेत तीन अभियंताओं की मुश्किलें, शासन ने पुलिस को दी अनुमति

पीडब्ल्यूडी की बनाई सड़क का दोबारा निर्माण दिखाकर 2.11 करोड़ का भुगतान कराने के फर्जीवाड़े में अरुण के साथ एई नागेंद्र सिंह और जेई एसके वर्मा के खिलाफ चकेरी पुलिस को शासन से आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल करने की अनुमति दी है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Tue, 27 Oct 2020 06:29 AM (IST)Updated: Tue, 27 Oct 2020 06:29 AM (IST)
बढ़ सकती हैं यूपीसीडा के प्रधान महाप्रबंधक समेत तीन अभियंताओं की मुश्किलें, शासन ने पुलिस को दी अनुमति
यूपीसीडा के प्रधान महाप्रबंधक पर कसने लगा शिकंजा।

कानपुर, जेएनएन। उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) के प्रधान महाप्रबंधक अरुण मिश्रा, सहायक अभियंता नागेंद्र सिंह और अवर अभियंता एसके वर्मा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। कागजों में सड़क निर्माण दिखाकर 2.11 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान करने के मामले में शासन ने चकेरी पुलिस को चार्जशीट (आरोपपत्र) लगाने की अनुमति दे दी है। इसी मामले में तत्कालीन अधिशासी अभियंता अजीत सिंह (अब सेवानिवृत्त) और ठेकेदार के खिलाफ पहले ही चार्जशीट दाखिल हो चुकी है।

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वर्ष 2009 में कानपुर-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग से पाली गांव, चकेरी औद्योगिक क्षेत्र होते हुए सजारी जाने वाली तीन किमी सड़क का निर्माण उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम (पहले यूपीएसआइडीसी अब यूपीसीडा) ने किया था। औद्योगिक क्षेत्र से आगे की 1940 मीटर सड़क का निर्माण लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने कराया था। यूपीसीडा अफसरों ने पीडब्ल्यूडी की इस सड़क का टेंडर कर कागजों में ही निर्माण दिखा दिया। यूपीसीडा के तत्कालीन अधिशाषी अभियंता अजीत सिंह, सहायक अभियंता नागेंद्र सिंह और अवर अभियंता एसके वर्मा ने मेसर्स कार्तिक इंटरप्राइजेज को 12 जनवरी 2009 को 2.11 करोड़ रुपये का भुगतान दिखाया। यह राशि दो किस्तों में फर्म को दी गई थी।

मामला खुला तो वर्ष 2012 में तत्कालीन प्रबंध निदेशक इफ्तिखारुद्दीन ने अजीत सिंह, नागेंद्र सिंह, एसके वर्मा और फर्म कार्तिक इंटरप्राइजेज के खिलाफ चकेरी थाने में एफआइआर दर्ज कराई थी। पुलिस की जांच में प्रधान महाप्रबंधक अरुण मिश्रा का नाम सामने आया। विवेचक ने माना कि बिना मौका मुआयना कराए ही प्रधान महाप्रबंधक ने फर्म को धनराशि का भुगतान किया और उनकी संलिप्तता उजागर होती है। मुकदमे में प्रधान महाप्रबंधक का नाम शामिल करते हुए कोर्ट में चार्जशीट दायर करने के लिए शासन से अनुमति मांगी गई।

अब अरुण मिश्रा के साथ नागेंद्र सिंह और एसके वर्मा के विरुद्ध भी चार्जशीट की अनुमति मिल गई है। विवेचना कर रहे सीओ कैंट सत्यजीत गुप्ता अब कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में जुटे हैं। अजीत ङ्क्षसह और ठेकेदार फर्म के खिलाफ पहले ही चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। सीओ ने बताया कि बाकी तीनों आरोपितों के विरुद्ध जल्द ही चार्जशीट दाखिल की जाएगी।

  • -यूपीसीडा के मुख्य अभियंता अरुण मिश्रा व दो अन्य अभियंताओं के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की अनुमति शासन से मिली है। आरोप पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू है।-राजकुमार अग्रवाल, एसपी पूर्वी

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