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Gulmohar Apartment Case: यूपी सीएम ने पुलिस कमिश्नर से कहा, फास्ट ट्रैक में चलाओ मुकदमा

लखनऊ में पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने मुलाकात की तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुलमोहर अपार्टमेंट की घटना की जानकारी ली और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमे की सुनवाई कराकर आरोपित को सजा दिलाने की बात कही ।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Tue, 28 Sep 2021 07:58 AM (IST)Updated: Tue, 28 Sep 2021 07:58 AM (IST)
सीएम से पुलिस आयुक्त ने मुलाकात की।

कानपुर, जेएनएन। पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने सोमवार शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कमिश्नरेट बनने के बाद पुलिस की उपलब्धियों से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने गुलमोहर अपार्टमेंट प्रकरण के बाबत जानकारी ली और वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर इस मुकदमे की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में कराकर आरोपित को सजा दिलाने के लिए कहा।

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कमिश्नरेट का गठन होने के बाद पुलिस की उपलब्धियों के बाबत जानकारी लेने के लिए मुख्यमंत्री ने पुलिस आयुक्त को सोमवार को लखनऊ बुलाया था। लखनऊ से लौटकर पुलिस आयुक्त ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री के सामने कमिश्नरेट बनने के बाद पुलिस के कार्यों, अभियानों और अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए की जा रही कार्रवाई के बारे में बताया। इस पर सीएम ने क्राइम ब्रांच द्वारा किए गए गुडवर्क पर हौसलाअफजाई की। मुख्यमंत्री ने कार्यालय व न्यायालय की स्थापना के संबंध में जानकारी ली। पुलिस आयुक्त ने कमिश्नरेट मुख्यालय और अधिकारियों के आवास वाली फाइल पर जल्द निर्णय लेने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया कि जहां भी रुकावट होगी, उसे दूर किया जाएगा।

गार्डों और सीसीटीवी टेक्नीशियनों के हुए बयान

पुलिस ने सोमवार रात अपार्टमेंट पहुंचकर घटना के वक्त मौजूद रहे गार्डों और सीसीटीवी कंट्रोल रूम के टेक्नीशियनों के भी बयान दर्ज किए। गार्डों ने बताया कि उन्होंने देखा था कि मंगलवार शाम करीब साढ़े चार बजे आरोपित डेयरी कारोबारी कार से आया। अगली सीट पर एक युवती बैठी थी। कार खड़ी कर वह युवती को लिफ्ट से 10वीं मंजिल पर ले गया। करीब दो घंटे बाद गार्डों ने किसी भारी वस्तु के गिरने की आवाज सुनी तो मौके पर पहुंचे। वहां देखा कि युवती लहूलुहान हालत में पड़ी थी। टेक्नीशियनों ने भी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने के आधार पर बयान दिए। उन्होंने बताया कि काफी देर तक यह पता नहीं लग पा रहा था कि युवती आखिर कौन है। उसकी बहन आई तो शिनाख्त हुई।

डमी टेस्ट के लिए लखनऊ से बुलाई जाएगी टीम

युवती की हत्या के आरोपों की जांच के लिए पुलिस लखनऊ से फोरेंसिक विशेषज्ञों की टीम बुलाकर डमी टेस्ट और सीन रिक्रिएशन कराएगी। इससे मौत के कारणों की सही जानकारी होने की उम्मीद है। एसीपी दिनेश शुक्ला ने बताया कि फोरेंसिक लैब की ओर से प्रदेश में कई घटनाओं में डमी टेस्ट व सीन रिक्रिएशन कराया जा चुका है। मुरादाबाद के एक निजी कालेज में छात्रा की मौत का मामला हो या आर्य नगर स्थित अपार्टमेंट से गिरकर कारोबारी की पत्नी की मौत का केस। सभी मामलों में डमी टेस्ट के नतीजे बेहतर रहे हैं। अब इस मामले में भी विशेषज्ञों की टीम बनाकर टेस्ट कराया जाएगा। विधि विज्ञान प्रयोगशाला के लिए पत्र भेजा गया है।


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