Move to Jagran APP

Coronavirus Kanpur: कोरोना को लेकर गंभीर मुख्य सचिव ने कहा-पैसे की कमी नहीं, लापरवाही पड़ेगी भारी

मुख्य सचिव बोले पांच करोड़ आवंटित कर दिया गया है एल-टू व थ्री के बेड दोगुना और जरूरी उपकरणों की खरीद करें।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Wed, 12 Aug 2020 08:54 AM (IST)Updated: Wed, 12 Aug 2020 01:37 PM (IST)
Coronavirus Kanpur: कोरोना को लेकर गंभीर मुख्य सचिव ने कहा-पैसे की कमी नहीं, लापरवाही पड़ेगी भारी
Coronavirus Kanpur: कोरोना को लेकर गंभीर मुख्य सचिव ने कहा-पैसे की कमी नहीं, लापरवाही पड़ेगी भारी

कानपुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने कहा है कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए व्यापक कदम उठाएं और एल-थ्री श्रेणी के अस्पतालों में तीन सौ और बेड बढ़ाएं। वेंटीलेटर और चिकित्सा उपकरणों की खरीद तत्काल कर लें। अब पैसे की कमी नहीं है क्योंकि पांच करोड़ रुपये उपलब्ध करा दिए गए हैं। अगर कहीं कोई समस्या है तो उसे मंडलायुक्त के माध्यम से दूर कराएं। किसी तरह की लापरवाही भारी पड़ेगी। एल-टू श्रेणी के अस्पतालों में भी 1004 की जगह बेड की संख्या जल्द से जल्द दो हजार कर दी जाए। 

loksabha election banner

नगर निगम में कोरोना के एकीकृत कमांड कंट्रोल रूम के निरीक्षण के बाद बैठक में मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी को सीएमओ ने बताया कि अभी एल-थ्री के अस्पतालों में 250 बेड की सुविधा है। उन्होंने कहा कि तीन सौ और बेड बढ़ा दें। कोई समस्या हो तो बताएं। उसका तत्काल निवारण किया जाएगा। रिपोर्ट आते ही मरीजों से कंट्रोल रूम से संपर्क किया जाए। उनकी तबियत कैसी है यह जानें और ये भी पूछें कि वे होम आइसोलेशन में रहना चाहते हैं या अस्पताल में भर्ती होना चाहते हैं। गंभीर बीमारियों वाले रोगियों को किसी भी दशा में होम आइसोलेशन की सुविधा न मिले।

उन्होंने निजी अस्पतालों की संख्या बढ़ाने का आदेश दिया। मुख्य सचिव ने कहा कि प्रत्येक अस्पताल में चिकित्सा सुविधा बढ़ाई जाए। उपकरण, वेंटीलेटर और बेड की संख्या बढ़ेगी तभी बेहतर उपचार हो सकेगा। उन्होंने सीएमओ डॉ. अनिल कुमार मिश्रा को कोरोना से जुड़े अस्पतालों में कितने स्टाफ, डॉक्टर और बेड की अतिरिक्त आवश्यकता है, इसका चार्ट बनाकर तत्काल प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

सीएमओ से कहा कि वह प्रत्येक अस्पताल का औचक निरीक्षण करें। अगर कोई कमी है तो दूर कराएं। बोले- एल-1 के ऐसे मरीज जो होम आइसोलेशन में रह सकते हैं उनका भी चार्ट बनाकर प्रस्तुत करें। होम आइसोलेशन वाले मरीजों से रोज संपर्क किया जाए। अगर किसी की तबियत गंभीर हो रही हो तो उसे तत्काल भर्ती कराया जाए। इससे पूर्व उन्होंने कंट्रोल रूम में तैनात चिकित्सकों से शिकायतों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। एक कोरोना मरीज को फोन कर उसका हालचाल लिया। महापौर प्रमिला पांडेय, मंडलायुक्त डॉ. सुधीर एम बोबडे, सचिव चिकित्सा शिक्षा अमित गुप्ता, एसएसपी डॉ. प्रीतिंदर ङ्क्षसह, नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी, अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. आरपी यादव उपस्थित रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.