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UP Board 10th Topper: जानिए, यूपी टॉप टेन के मेधावियों की जुबानी उनकी सफलता की कहानी

UP Board 10th Toppers Interview यह तो सुना होगा कि यू-ट्यूब फेसबुक समेत अन्य सोशल मीडिया बच्चों बिगाड़ता है लेकिन अर्शिमा शेख ने इसकी मदद से टॉपरों की सूची में जगह बनाई है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Sun, 28 Jun 2020 01:40 PM (IST)Updated: Sun, 28 Jun 2020 01:40 PM (IST)
UP Board 10th Topper: जानिए, यूपी टॉप टेन के मेधावियों की जुबानी उनकी सफलता की कहानी
UP Board 10th Topper: जानिए, यूपी टॉप टेन के मेधावियों की जुबानी उनकी सफलता की कहानी

कानपुर, जेएनएन। यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम में हाईस्कूल में कानपुर, फतेहपुर और इटावा से छह मेधावियों ने टॉप टेन मेरिट सूची में जगह बनाकर जनपद का नाम रोशन किया है। मेधावियों ने अपनी सफलता की कहानी भी बयां की तो पढ़ाई का शेड्यूल भी बताया। पढ़िए, मेधावियों से हुई बातचीत के अंश...।

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शोभित ने प्रदेश में पाया चौथे स्थान

कानपुर के घाटमपुर मुरलीपुर स्थित अनुभव इंटर कॉलेज के छात्र शोभित कुमार ने यूपी बोर्ड हाईस्कूल परीक्षा में 94.83 फीसद अंकों के साथ प्रदेश में चौथा स्थान पाया है। मूलरूप से हमीरपुर कुरारा कस्बे में रहने वाले शोभित का कहना है कि वह भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) से इंजीनियर बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं। रोजाना करीब 10 घंटे कड़ी मेहनत के बाद यह मुकाम हासिल किया है। बोले, मैं चाहता हूं कि सभी छात्र मन लगाकर पढ़ें और आगे बढ़ें। पढ़ाई के साथ खेल भी जरूरी है। जब पढ़ाई से फुर्सत मिलती थी तो कुछ देर टीवी व मोबाइल पर मनोरंजन कर लेता था।

उनका कहना है कि जीवन में चाहे कोई भी सफलता मिले उसमें माता-पिता व गुरुजनों का आशीर्वाद शामिल होता है। हालांकि उन्हें इस बात का मलाल है कि कुरारा स्थित आवास के बाहर सड़क दलदल का रूप ले चुकी है। बारिश में घुटनों तक पानी भर जाता है। स्थानीय लोगों ने कई बार संबंधित अफसरों से समाधान की मांग की लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इससे मन आहत होता है। शोभित के पिता सुरेश चंद्र कुरारा स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक हैं, जबकि मां गीता देवी गृहणी हैं। पिता का कहना है कि वह बेटे को इंजीनियर बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।

यू-ट्यूब से की पढ़ाई, प्रदेश में मिला 10वां स्थान

आपने यह तो सुना होगा कि यू-ट्यूब, फेसबुक समेत अन्य सोशल मीडिया एप के उपयोग पर बच्चों को डांट पड़ती है। मगर, यह जानकर हैरानी होगी कि कानपुर के मंधना स्थित सेंट जेवियर्स स्कूल नारामऊ की छात्रा अर्शिमा शेख ने यू-ट्यूब से पढ़कर 10वीं की परीक्षा में 93.83 फीसद अंक प्राप्त कर प्रदेश में 10वां स्थान हासिल किया है। अर्शिमा को 600 में 563 अंक मिले हैं। नारामऊ निवासी मेधावी छात्रा के पिता आफताब अहमद शेख 10वीं पास हैं और जनरल स्टोर की दुकान चलाते हैं, जबकि मां अंजुमन स्नातक हैं। रोजाना छह से सात घंटे पढऩे वाली अर्शिमा का कहना है कि वह शिक्षक बनकर गरीब ब'चों का भविष्य संवारना चाहती हैं। कोरोना महामारी को लेकर कहा कि इसे किसी धर्म से जोडऩा गलत है। महामारी ने सभी को प्रभावित किया है। लोग घरों पर सुरक्षित रहें। मास्क जरूर पहनें और हाथों को सैनिटाइज करते रहें।

शिक्षा की अलख जगाना चाहती है दीपिका

यूपी बोर्ड हाईस्कूल की प्रदेश की मेरिट में सातवां स्थान प्राप्त करने वाली जसवंतनगर इटावा के नारायणी इंटर कालेज की छात्रा दीपिका यादव शिक्षक बनना चाहती है। वह देश में 100 प्रतिशत साक्षरता का सपना संजोए शैक्षिक क्रांति लाना चाहती है। उन्होंने हाईस्कूल में 94.33 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। एक साधारण किसान परिवार में सुनील यादव के घर जन्मी 15 वर्षीय दीपिका का अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता औऱ कालेज के संस्थापक भुजवीर सिंह व प्रबंधक सन्नी यादव को देती हैं। कॉलेज प्रबंधक ने प्रतिभा का आकलन करते हुए पढ़ाई में बहुत प्रोत्साहित किया। दीपिका ने बताया कि घर में पढ़ाई का माहौल नहीं है और घरवालों की साक्षरता भी कम है। वह अपने तीन भाई-बहनों में दूसरे नंबर की है। वह रोजाना झलोखर से 12 किमी साइकिल चलाकर स्कूल पढऩे जसवंतनगर जाती रहीं। उसने घर पर ही पढ़ाई की और सिर्फ अंग्रेजी का ट्यूशन लिया। दीपिका की सफलता पर उसके घर में जश्न का माहौल है।

किसान के बेटे अर्पित ने देखा आइएएस का ख्वाब

इटावा यदुवंशनगर नई मंडी निवासी अर्पित यादव ने हाईस्कूल में 94.33 प्रतिशत अंक हासिल करके प्रदेश की टाॅप टेन सूची में सांतवा स्थान हासिल किया है। वह आइएएस अधिकारी बनकर देश सेवा का ख्वाब रखते हैं। इसकी वजह कड़ा अनुशासन, लगन और कठिन परिश्रम के साथ-साथ बड़े भाई से प्रतिस्पर्धा की भावना रही क्योंकि भाई अंकित यादव ने भी पिछले वर्ष हाईस्कूल में सिटी टॉपर रहे थे। किसान सत्यवीर सिंह यादव और गृहणी सुमन देवी के बेटे अर्पित ने यह सफलता बिना कोचिंग के हासिल की है।

अर्चना मेमोरियल एसजीएम इंटर कालेज के छात्र अर्पित ने घर पर नियमित 5-6 घंटे अध्ययन किया और विद्यालय में गणित, अंग्रेजी, विज्ञान की एकस्ट्रा क्लास ज्वाइन की। वह बताते हैं कि परीक्षा के दिनों में चाचा की शादी थी लेकिन वह अपनी तैयारी में एकग्रता से जुटे रहे। अर्पित बताते हैं कि क्रिकेट उसका पसंदीदा खेल है। कामयाबी का श्रेय विद्यालय प्रबंधक विवेक यादव व प्रधानाचार्य शिवपाल सिंह यादव के अलावा शिक्षकों, माता-पिता और बड़े भाई को देते हैं।

पीएम मोदी पसंदीदा नेता, चीन की हरकत का दिया जाए मुंहतोड़ जवाब

फतेहपुर के हसवा ब्लाक के केशवपुर गांव की बेटी हिमांशी विश्वकर्मा ने हाईस्कूल यूपी मेरिट में 5वां स्थान हासिल करके जिले का नाम रोशन किया है। वह आइएएस बनकर देशसेवा करना चाहती हैं और पीएम मोदी को पसंदीदा नेता बताती हैं। उनका कहना है कि चीन की हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया जाना चाहिये। 94.67 अंक बटोरने वाली सरस्वती बाल मंदिर रघुवंशपुरम की मेधावी हिमांशी ने स्कूल के बाद 5 से 6 घंटे अलग पढ़ाई करनके यह मुकाम हासिल किया है। उसकी सफलता से माता अर्चना देवी और पिता शिव प्रसाद खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं तो वयोवद्ध दादी विंदेश्वरी भी बेहद खुश हैं।

हिमांशी कहती हैं कि सामान्य दिनों में सुबह 4 बजे से पढ़ाई की और शाम पहर 7 बजे से 11 बजे नियमित पढ़ाई की। विद्यालय के प्रबंधक राकेश त्रिवेदी ने उसे एक्ट्रा क्लास ज्वाइन कराए तो वह सुबह 6 बजे बस पकड़कर स्कूल जाती थी। कोचिंग पढ़े बिना स्कूल और अतिरिक्त कक्षाओं की पढ़ाई करके सफलता पाई है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और शिक्षकों को दिया। हार्डवेयर की दुकान संचालित करने वाले पिता कहते हैं कि बेटी ने जो शोहरत दी है उसपर गर्व है। बेटे दिव्यांशू और बेटी हिमांशी के पालन में कभी कोई अंतर नहीं समझा है।


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