फर्रुखाबाद में अस्थि विसर्जन के दौरान नाव पलट जाने से दो लोग गंगा में डूबे
नाव के पलटते ही कई लोगों के शोर मचाया तो भीड़ इकट्ठा हाे गई। इससे हरिनंदन व ब्रजेंद्र गंगा में डूब गए। चार अन्य लोग तैरकर निकल आए। नाव डूबने के स्थान पर दो दिन पहले मगरमच्छ दिखने से डर के कारण गोताखोर पानी में जाने से कतरा रहे।
फर्रुखाबाद, जेएनएन। थाना मऊ दरवाजा क्षेत्र के गांव पंखियन की मड़ैया के सामने गंगा किनारे शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है। शुक्रवार सुबह गांव हंसी नगला निवासी निवासी हरेंद्र उर्फ हरिनंदन व ब्रजेंद्र अंतिम संस्कार में शामिल होने आए थे। वह लोग नाव पर बैठकर शव का अवषेश गंगा में विसर्जित करने को नाव पर बैठे थे। तभी नाव पलट गई।
नाव के पलटते ही कई लोगों के शोर मचाया तो भीड़ इकट्ठा हाे गई। इससे हरिनंदन व ब्रजेंद्र गंगा में डूब गए। जबकि चार अन्य लोग तैरकर निकल आए। जिस जगह नाव पलटी है उस स्थान पर दो दिन पहले ग्रामीणों ने मगरमच्छ देखे थे। इसलिए गाेताखोर भी गंगा में उतरकर डूबे युवकों की तलाश करने से डर रहे है। घटना के बाद गंगा किनारे ग्रामीणों की भीड़ लग हुई है। गंगा घाट पर ही माैजूद डूबे युवकों के स्वजन काफी परेशान रहे। हालांकि इस बीच उन्होंने कई लोगों से युवकाें को बचाने की गुहार लगाई, लेकिन मगरमच्छ होने के डर कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहता है।