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बैंक लाकर से 20 लाख के जेवर गायब देख कारोबारी के उड़ गए होश, कानपुर पुलिस ने शुरू की जांच

कानपुर के बर्रा में रहने वाले आटो मोबाइल पाट्र्स कारोबारी ने चार अगस्त को लाकर किराये पर लिया था। मंगलवार को लाकर न खुलने पर एक्सपर्ट बुलाकर लाक तुड़वाया तो बीस लाख रुपये के जेवर गायब मिलने पर बैंक कर्मियों पर आरोप लगाया है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Published: Thu, 14 Oct 2021 08:55 AM (IST)Updated: Thu, 14 Oct 2021 08:55 AM (IST)
बैंक ऑफ बड़ौदा में एक माह पहले ली थी लाकर सुविधा।

कानपुर, जेएनएन। बर्रा के आटो मोबाइल पाट्र्स कारोबारी के बैंक लाकर से 20 लाख के जेवर गायब हो गए। लाक न खुलने पर लाकर तोड़े जाने पर इसकी जानकारी हुई। उन्होंने बैंक कर्मियों पर मिलीभगत करके जेवर गायब करने का आरोप लगाया है। पुलिस जांच कर रही है।

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बर्रा के तात्याटोपे नगर निवासी अजय कुमार गुप्ता की आटो मोबाइल पाट्र्स की बर्रा बाईपास के पास दुकान है। उन्होंने बताया, बैंक आफ बड़ौदा की के-ब्लाक किदवई नगर शाखा में उनका काफी पुराना खाता है। बीते चार अगस्त को उन्होंने पत्नी कीर्ति के साथ बैंक शाखा में लाकर नंबर 450 किराये पर लिया था। इसमें उनके साथ छोटे भाई की पत्नी के भी जेवर रखे थे। मंगलवार को लाकर से जेवर निकालने पहुंचे तो लाकर नहीं खुला। इस पर उन्होंने लाकर प्रभारी स्वाति मिश्रा को जानकारी दी।

बैंक की चाबी से लाकर खुल रहा था, लेकिन उनकी चाबी से लाक नहीं खुला। कई बार प्रयास करने के बाद भी नहीं खुला तो एक्सपर्ट को बुलाने की बात कहकर उन लोगों को बुधवार को बैंक बुलाया गया। बैंक में उनकी मौजूदगी में लाक तोड़ गया तो लाकर खाली था। मामले की जानकारी पर परिवार के अन्य सदस्य भी वहां पहुंचे। इसके बाद दंपती ने थाने में तहरीर दी। थाना प्रभारी नौबस्ता सतीश कुमार सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मामले की जांच कराई जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

एक माह नौ दिन पहले आपरेट किया था लाकर

अजय ने बताया कि आखिरी बार उन्होंने चार सितंबर को लाकर आपरेट किया था। मंगलवार को लाकर खोलने के लिए बैंक आए थे, बैंक की चाबी से लाक खुलवाया था, लेकिन उनकी चाबी से लाक न खुलने से लाकर नहीं खुल सका था। उन्होंने बैंक की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए। उनका आरोप है कि बैंक के लाकर रूम में सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है। ऐसी स्थिति में अन्य लाकरों में भी चोरी की आशंका है।

-बैंक लाकर को आपरेट करने के लिए दो चाबियां लगती हैं। एक चाबी बैंक की होती है तो दूसरी लाकर धारक की। लाकर बंद करने में सिर्फ लाकर धारक की चाबी का ही इस्तेमाल होता है। ऐसे में जेवर गायब करने का आरोप निराधार है। जांच में पुलिस का पूरा सहयोग किया जाएगा। -पीएस मिश्रा, शाखा प्रबंधक, बैंक आफ बड़ौदा, के-ब्लाक किदवई नगर शाखा


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