इटावा जेल में कुख्यात मुन्ना खालिद और मोनू पहाड़ी भिड़े, बीच बचाव में डिप्टी जेलर समेत 12 रक्षक जख्मी
बंदियों ने देर शाम सिपाहियों पर बोला हमला घायल लंबरदार को भेजा गया सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी।
इटावा, जेएनएन। जिला जेल में वर्चस्व को लेकर बुधवार को देर सायं बंदियों ने जेल के अधिकारियों, सिपाहियों और लंबरदार पर हमला बोल दिया। इस हमले में डिप्टी जेलर समेत एक दर्जन बंदी व एक दर्जन जेल कर्मी घायल हुए हैं। यह मामला तब हुआ जब शाम को गणना के बाद जेल को बंद किया जा रहा था। गंभीर रूप से घायल लंबरदार को जिला अस्पताल से सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी भेजा गया है। घटना के बाद एसएसपी आकाश तोमर, एसपी सिटी डा. रामयश ङ्क्षसह, एडीएम ज्ञानेंद्र ङ्क्षसह, एसडीएम सदर सिद्धार्थ, सीओ सिटी व सीओ सैफई जेल में पहुंचे और स्थिति को सामान्य किया।
मुन्ना खालित व मोनू पहाड़ी बनाना चाहते हैं अपना वर्चस्व
बताया गया है कि आगरा से आए मुन्ना खालिद व कानपुर के मोनू पहाड़ी जेल में अपना वर्चस्व स्थापित करना चाहते हैं। देर सायं दोनों ने जमकर लाठी डंडे चलाए। डिप्टी जेलर जगदीश प्रसाद व लंबरदार छुन्ना व जेल कर्मियों के साथ जमकर मारपीट की, जिससे उन्हें भी चोटें आईं। लंबरदार छुन्ना को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी रेफर कर दिया गया। बताया गया है कि बंदियों ने जेल के अंदर लगे पेड़ों की टहनी तोड़कर उनसे मारपीट की और पथराव भी किया। इसके बाद जेल में हड़कंप मच गया। अधीक्षक राजकिशोर ने बताया कि दो गुटों में टकराव के बाद बवाल हुआ है। इसमें डिप्टी जेलर समेत कई लोग घायल हुए हैं।
इनका ये है कहना
एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि वर्चस्व की लड़ाई के बाद मारपीट हुई है। मामले को सामान्य कर लिया गया है। पुलिस अभी जांच कर रही है। इसमें जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिलाधिकारी जेबी ङ्क्षसह ने बताया कि झगड़े के बाद स्थिति को प्रशासनिक अधिकारियों ने सामान्य कर लिया है। मामले की छानबीन की जा रही है।