कानपुर में रिंद नदी के किनारे खजाने के लालच में खोद डाली सुरंग के अंदर सुरंग, गांव वालों के लिए रहस्य बनी घटना
कानपुर के घाटमपुर तहसील क्षेत्र के पतारा ब्लाक के अंतर्गत नगेलिनपुर गांव के बाहर रिंद नदी के किनारे टीले के ऊपर मंदिर बना है। उसके नीचे सुरंग खोदी गई देखे जाने पर ग्रामीणों में खजाने के लालच में खोदाई की चर्चा बनी है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। नदी किनारे खजाना मिलने की कई घटनाएं सामने आ चुकी है, यही वजह है कि लालच में लोग अक्सर प्राचीन दिखने वाले स्थाने पर खजाने की तलाश करते हैं। आजकल यूट्यूब पर भी प्राचीन एतिहासिक स्थानों पर मेटल डिटेक्टर लेकर खजाने की तलाश करने वाले लोग वीडियो भी शेयर करते हैं। यह सब देखकर भ्रमित लोग भी खजाने की तलाश करने लगते हैं। ऐसा ही एक मामला घाटमपुर तहसील क्षेत्र के पतारा ब्लाक अंतर्गत नगेलिनपुर गांव में सामने आया है।
यहां पर रिंद नदी पास मिट्टी के टीले में दो सुरंग मिलने से तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं और रहस्य से पर्दा नहीं उठ पाया है। गांव वालों में खजाने के लालच में सुरंग के अंदर दूसरी सुरंग खोदे जाने की चर्चा है लेकिन खजाना मिलने को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है। दावा किया जा रहा है कि ये सुरंग हाल-फिलहाल ही खोदी गई है। टीले के ऊपर मंदिर है और सुरंग के भीतर एक और सुरंग मिली है।
रिंद नदी किनारे टीले के ऊपर बना है मंदिर
नगेलिनपुर गांव निवासी खुशीराम पाल, देवीदीन, नकुल, छोटू, सुल्तान आदि ने बताया कि गांव के किनारे रिंद नदी के पास पुराना मंदिर है। ये मंदिर मिट्टी के टीले के ऊपर बना है। टीले के नीचे अक्सर खजाना होने को लेकर चर्चाएं सुनी जाती रही हैं। बीते दिनों टीले में सुरंग खुदी मिली, जिसके अंदर जाने पर एक और सुरंग मिली है। यह सुरंग कुछ दिन पहले ही खोदी गई प्रतीत होती है।
खजाना की तलाश में पहले भी कई जगह मिली खोदाई
सोमवार सुबह जब लोग नदी के किनारे गए तब उन्हें इसका पता चला। आशंका है कि खजाने के लालच में सुरंग खोदी गई है। खजाना मिला या नहीं अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है। लोगों का कहना है कि अधिकतर कुछ लोग पुराने भवनों या मंदिरों के आसपास खजाने के लालच में खोदाई करते रहते हैं। इससे पहले भी कई जगहों पर ऐसी खोदाई की गई थी। घाटमपुर एसडीएम अमित ओमर का कहना है कि जानकारी मिली है, मामले की जांच की जाएगी।