कानपुर के बिठूर रेलवे स्टेशन पर फिर गूंजेंगा ट्रेन का हॉर्न, अयोध्या-चित्रकूट से भी जोड़ने की तैयारी
कानपुर-बिठूर ट्रैक पर सुबह और शाम एक छोटा डीजल इंजन संचालित होता था जिससे कानपुर शहरी क्षेत्र और दूर दराज से गंगा स्नान करने के लिए आने वाले श्रद्धालु आवागमन करते थे। अब वर्षों बाद फिर ब्रह्मावर्त तक ट्रेन दौड़ने से लोगों में खुशी है।
कानपुर, जेएनएन। नए साल में ब्रह्मावर्त बिठूर तक ट्रेनों के दौडऩे की उम्मीद पूरी हो जाएगी। वर्षों बाद बिठूर के रेलवे स्टेशन पर फिर ट्रेन का हॉन गूंजेंगा। वहीं वाल्मीकि आश्रम में माता सीता से जुड़ी यादों को देखते हुए स्टेशन को अयोध्या और चित्रकूट से भी जोड़ने की तैयारी की जा रही है। बिठूर तक ट्रेनों के दौडऩे का क्रम शुरू हो जाता, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते यह काम पूरा नहीं हो सका।
कानपुर की ऐतिहासिक नगरी बिठूर तक पहले ट्रेन चलाई जाती थी। इस ट्रैक पर सुबह और शाम के समय एक छोटा डीजल इंजन संचालित होता था, जिससे कानपुर शहरी क्षेत्र और दूर दराज से गंगा स्नान करने के लिए आने वाले श्रद्धालु आवागमन करते थे। वहीं बिठूर समेत आसपास के गांवों में रहने वाले ग्रामीणों के लिए यह डीजल इंजन वाली ट्रेन आवागमन का प्रमुख साधन हुआ करती थी। 15 नवंबर 2005 को इज्जतनगर मंडल ने घाटे का सौदा बताकर इस रूट पर ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया था। इसके बाद से यहां ब्रह्मावर्त जन कल्याण विकास समिति ने ट्रेन शुरू करने का मुद्दा उठाया। यहां के किसानों को अपना सामान शहर व दूसरे जिलों में ले जाने में समस्या आने लगी।
क्षेत्रीय आंदोलन के चलते बिठूर के विकास का खाका खींचा गया। इसके बाद रेलवे ने पौराणिक नगरी तक अमान परिवर्तन करने का निर्णय लिया। करीब दस साल बाद 2015 में बिठूर लाइन का अमान परिवर्तन का काम रेलवे ने शुरू कराया। एक साल में ही यह काम पूरा कर लिया गया। वर्ष 2019 में इस रूट पर सीआरएस सर्वे शुरू कराया गया। सर्वे के बाद रेलवे ने ट्रैक को ट्रेन चलाने के लिए फिट घोषित कर दिया। मंधना बिठूर लाइन पर विद्युतीकरण के लिए सर्वे शुरू हुआ। सर्वे पूरा होने के बाद रेलवे ने विद्युतीकरण का काम भी पूरा कर लिया है। बिठूर को अब इंतजार है तो ट्रेन का।
अयोध्या, चित्रकूट से जुड़ेगा बिठूर
मंधना बिठूर लाइन पर इज्जतनगर मंडल तो ट्रेन चलाएगा ही इस रूट पर प्रयागराज मंडल भी मेमू चलाने को तैयार बैठा है। कोविड के चलते अभी ट्रेनें नहीं चल रही हैं। ट्रेनों का संचालन शुरू होने के साथ ही कानपुर मेमू हब बन जाएगा। सेंट्रल से अयोध्या, चित्रकूट और झांसी के ओरछा तक ट्रेनें शुरू होंगी। बिठूर को इससे जोड़ दिया जाएगा। इसका फायदा धार्मिक और पौराणिक स्थलों का भ्रमण करने निकले यात्रियों को मिलेगा। कानपुर के साथ ही आसपास के जिलों और दूसरे प्रदेशों से आने वाले यात्री भी भगवान श्रीराम की नगरी से बिठूर की धरती के दर्शन कर सकेंगे।
- अमान परिवर्तन और विद्युतीकरण के बाद अब बिठूर रेल लाइन पूरी तरह ट्रेनों के संचालन को तैयार है। रेलवे बोर्ड जैसे ही ट्रेन चलाने की अनुमति देता है, बिठूर तक ट्रेनों को विस्तार दे दिया जाएगा। -राजेंद्र सिंह, इज्जत नगर मंडल