परंपरागत खेल से गुलजार होगा कानपुर का ग्रीनपार्क, खिलाड़ी दिखाएंगे कुश्ती में दम
जिला प्रशासन व क्षेत्रीय क्रीड़ा विभाग अब ग्रीनपार्क में कुश्ती और कबड्डी का प्रशिक्षण दिलाने और प्रतियोगिता कराने की रूपरेखा तैयार कर रहा है। इस पहले से खेलकूद को खासा बढ़ावा मिलेगा और खिड़ियों को उचित मंच मुहैय्या होगा।
कानपुर, जेएनएन। क्रिकेट के लिए पहचान बना चुका ग्रीनपार्क स्टेडियम में अब जल्द ही परंपरागत खेलों से भी गुलजार होगा। यहां की माटी से जुड़े खेलों को अब बढ़ावा दिया जाएगा। इसमें कुश्ती, कबड्डी, खो-खो के लिए खिलाडिय़ों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी। ताकि शहर व ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ी परंपरागत खेल में पहचान हासिल कर सके। स्टेडियम खुलने के बाद इसकी रूपरेखा बनाई जा रही है।
जिला प्रशासन व क्षेत्रीय क्रीड़ा विभाग जल्द ही इन खेल की गतिविधियों को स्टेडियम परिसर में कराके कुश्ती, कबड्डी व खो-खो सरीखे खेल में प्रतिभावान खिलाडिय़ों की खोज करेगा। क्षेत्रीय क्रीड़ा विभाग स्टेडियम में परंपरागत खेल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इसकी रूपरेखा बनाने में जुटा हुआ है। संक्रमण काल से पहले तत्कालीन डीएम डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी ने बिठूर महोत्सव के दौरान कबड्डी की प्रतियोगिता का आयोजन ग्रीनपार्क में कराया था। उस समय कुश्ती के प्रति खिलाड़ियों व शहरवासियों का रुझान देखकर इस खेल का नियोजित अभ्यास कराने के लिए क्षेत्रीय विभाग को दिशा-निर्देश दिए थे। अबतक कुछ प्रमुख त्योहारों पर केवल अखाड़ा तक सीमित कुश्ती का स्टेडियम में प्रशिक्षण शुरू होने से प्रदेश स्तरीय व राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए बेहतर खिलाड़ी मिलेंगे।
पूर्व पहलवानों की ली जाएगी मदद
संक्रमण की समाप्ति के बाद प्रशिक्षण के लिए शहर के पूर्व कुश्ती खिलाड़ी व जानकार रहे पहलवानों की मदद ली जाएगी। खिलाडिय़ों को कुश्ती की बारीकी व इस विधा में प्रोत्साहित करने के लिए समय-समय पर प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।
अभी शहर के इन अखाड़ों में होती कुश्ती
गुप्तार घाट, मैस्कर घाट, कुली बाजार, शास्त्री नगर, जागेश्वर महादेव मंदिर, रायपुरवा, अर्मापुर, खलासी लाइन, हूलागंज, कलक्टरगंज सहित लगभग एक दर्जन से ज्यादा स्थानों पर कुश्ती का आयोजन प्रमुख त्यौहार त्यौहार में किया जाता।