जर्जर सड़कों से छुटकारा पाने के लिए विरोध का अनोखा तरीका, फांसी का फंदा लेकर उतरे व्यापारी Kanpur News
व्यापारियों ने कहा कि गोलाघाट वाला रास्ता हुआ खूनी 15 नवंबर को मुख्यमंत्री को इसी रास्ते से गुजारे प्रशासन।
कानपुर, जेएनएन। शुक्लागंज से गोलाघाट स्थित कानपुर प्रवेश रोड की जर्जर व टूटी सड़कों को लेकर उत्तर प्रदेश प्रांतीय व्यापार मंडल की अगुवाई में व्यापारियों व क्षेत्रीय नागरिकों ने बुधवार को सड़क पर फांसी का फंदा लेकर प्रदर्शन किया। व्यापारियों ने कहा कि आज हमको मौत या फिर मौत जैसे भयावह दर्द को चुनने के लिए मजबूर किया जा रहा है। अगर हम गंगापुल से जाएंगे तो मौत मिलेगी और गोलाघाट का प्रयोग करेंगे तो मौत जैसा दर्द।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु गुप्ता ने कहा कि जाजमऊ गंगा पुल इतना जर्जर है कि वह कभी भी ढह सकता है। वहीं लखनऊ, उन्नाव, शुक्लागंज, मगरवारा को कानपुर से जोडऩे वाला दूसरा प्रमुख रास्ता गोलाघाट होते हुए है, जिस पर चलना खतरों से खेलने जैसा है। इस जर्जर सड़क से कानपुर, उन्नाव, शुक्लागंज आदि क्षेत्र के व्यापारी, उद्यमी, मजदूर व नौकरीपेशा वाले लोग रोज जान जोखिम में डालकर गुजरते हैं। ये रास्ता इतना खराब है कि ट्रांसपोर्टरों और व्यापारियों की गाडिय़ां आए दिन टूटती हैं और कोई न कोई गिरकर चुटहिल होता है। दो पहिया वाहनों के शॉकर टूट रहे हैं।
मांग रखी कि मुख्यमंत्री जी 15 को कानपुर आएं तो प्रशासन उन्हें इस रास्ते से निकाले ताकि उनको पता चले कि जनता कितनी तकलीफ में है। व्यापार बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। अभिमन्यु गुप्ता ने कहा कि कैंट बोर्ड, मंडलायुक्त व जिलाधिकारी तत्काल इस सड़क को बनवाएं अन्यथा फिर प्रदर्शन किया जाएगा। कहा कि कानपुर सबसे ज़्यादा राजस्व देता है और बदले में कानपुर को सबसे घटिया सड़कें, कूड़ा व प्रदूषण का जहर मिल रहा है। प्रदर्शन में हरप्रीत सिंह बब्बर, कंवलजीत सिंह मानू, मुकेश कनौजिया, राकेश गुप्ता, योगेश गुप्ता अंकुर, अरविंद अग्रवाल, नितिन कपूर, अनूप टंडन, सुनील काशीवार आदि शामिल थे।