हमारी उड़ान देखनी हो तो आसमान ऊंचा करें
एसएमई कॉन्क्लेव में बैंक और उद्योग जगत के विशेषज्ञों ने औद्योगिक परिवेश पर चर्चा की और सफल एवं बेहतर बिजनेस के गुर जाने।एसएमई सेक्टर के लिए बैंक की योजनाओं की जानकारी दी।
By Edited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 01:39 AM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 10:43 AM (IST)
जागरण संवाददाता, कानपुर : हमारी उड़ान देखनी हो तो आसमान थोड़ा ऊंचा करें। कानपुर का एसएमई सेक्टर संभावनाओं से भरा हुआ है लेकिन जरूरत है, सरकार और बैंकिंग क्षेत्र की तरफ से खुले दिल से मदद की। इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करके हम ऊंचे से ऊंचे आसमान में सफलता की उड़ान भर सकते हैं। दैनिक जागरण एवं आईसीआईसीआईबैंक के संयुक्त तत्वावधान में हुए एसएमई (स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज) कॉनक्लेव में मंगलवार को कानपुर के उद्यमियों ने अपनी संभावनाओं की बात की तो बैंक और विशेषज्ञों ने अपनी तरफ से भरपूर सहायता का आश्वासन भी दिया। यहां पैनल डिस्कशन के साथ उद्यमियों ने अपनी आशंकाओं का निवारण भी पाया।
होटल लैंडमार्क में हुए एसएमई कॉन्क्लेव में बैंक और उद्योग जगत के विशेषज्ञों ने औद्योगिक परिवेश पर चर्चा की और सफल एवं बेहतर बिजनेस के गुर जाने। हाल के दिनों में डॉलर का बढ़ता मूल्य और रुपये की घटती कीमत पर औद्योगिक जगत की चिंता पर भी चर्चा हुई। आईसीआईसीआई बैंक के डिप्टी जनरल मैनेजर एवं जोनल हेड नवीन गुप्ता और बैंक के अर्थशास्त्री सुनंदन चौधरी ने वैश्विक, राष्ट्रीय, प्रदेश के साथ कानपुर के मौजूदा आर्थिक परिदृश्य पर भी प्रकाश डाला। कहा, इस समय भारतीय अर्थव्यस्था तेजी से बढ़ रही है और एसएमई उद्यमियों के लिए ढेर सारी संभावनाएं हैं। बैंक इसमें पूरी तरह सहयोग देने के लिए तैयार है। इससे पूर्व जोनल हेड ने उद्यमियों का स्वागत किया। बैंक के डीजीएम गौरव अरोड़ा व जेजीएम अरूप गांगुली ने एसएमई सेक्टर के लिए बैंक की योजनाओं व सुविधाओं की जानकारी दी।
सरकारी तंत्र से मदद की दरकार नाबार्ड के चीफ जनरल मैनेजर एके सिंह, सिडबी के जीएम अरूप कुमार, आईआईए के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील वैश्य, चर्म निर्यात परिषद के चेयरमैन मुख्तारुल अमीन, एएफपीसी ग्लोबल के एमडी राजेंद्र कुमार जालान, आईसीआईसीआई बैंक के सीनियर जनरल मैनेजर व रीजनल बिजनेस हेड कुमार आशीष, जीएम, सेल्फ इम्प्लॉयड सेगमेंट के नेशनल हेड पंकज गाडगिल और दैनिक जागरण के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट शैलेंद्र जेटली के बीच एसएमई सेक्टर की जरूरतों, सुविधाओं और संभावनाओं पर गहन चर्चा हुई।
सभी एकमत थे कि कानपुर के एसएमई में अपार संभावनाएं हैं। जिन्हें मूर्त रूप देने के लिए धन और सरकारी तंत्र की मदद चाहिए। यह भी रहे मौजूद सीएलई की रीजनल डायरेक्टर पल्लवी दुबे, आईआईए के चेयरमैन आलोक अग्रवाल, आईसीआईसीआई बैंक के जीएम आकाश चोपड़ा, रीजनल हेड नसीम खान, चीफ मैनेजर कानपुर इमरान सिद्दीकी आदि पैनलिस्ट कोड एसएमई सेक्टर के लिए पैसों की उपलब्धता बड़ी समस्या है। इन्फ्रास्ट्रक्चर कमजोर है। विदेशी निवेशक फैक्ट्री तक लाना मुश्किल होता है। आशा है, उद्यमी इस कॉनक्लेव का लाभ उठाएंगे। मुख्तारुल अमीन, चेयरमैन, चर्म एवं निर्यात परिषद कानपुर अब मैनचेस्टर नहीं रहा लेकिन एसएमई की बदौलत वह फिर विश्व में नाम कमा सकता है।
जरूरी है सरकारी व बैंकों का सहयोग और कौशल विकास। सुनील वैश्य, राष्ट्रीय अध्यक्ष आईआईए आईसीआईसीआई उद्यमियों का मित्र है। उन्हीं के अनुसार हमारी योजनाएं व सुविधाएं तैयार की गई हैं। यह एसएमई क्षेत्र के लिए कारगर है। कुमार आशीष, सीनियर जनरल मैनेजर व रीजनल बिजनेस हेड सरकार उद्यमियों की मदद को तैयार है। चीफ जनरल मैनेजर नाबार्ड एके सिंह ने कहा नाबार्ड उद्यमियों के लिए कई योजनाएं चलाता है। जरूरत यह है कि उद्यमी व्यापार का ट्रेंड जानें और उसके अनुसार काम करें।
होटल लैंडमार्क में हुए एसएमई कॉन्क्लेव में बैंक और उद्योग जगत के विशेषज्ञों ने औद्योगिक परिवेश पर चर्चा की और सफल एवं बेहतर बिजनेस के गुर जाने। हाल के दिनों में डॉलर का बढ़ता मूल्य और रुपये की घटती कीमत पर औद्योगिक जगत की चिंता पर भी चर्चा हुई। आईसीआईसीआई बैंक के डिप्टी जनरल मैनेजर एवं जोनल हेड नवीन गुप्ता और बैंक के अर्थशास्त्री सुनंदन चौधरी ने वैश्विक, राष्ट्रीय, प्रदेश के साथ कानपुर के मौजूदा आर्थिक परिदृश्य पर भी प्रकाश डाला। कहा, इस समय भारतीय अर्थव्यस्था तेजी से बढ़ रही है और एसएमई उद्यमियों के लिए ढेर सारी संभावनाएं हैं। बैंक इसमें पूरी तरह सहयोग देने के लिए तैयार है। इससे पूर्व जोनल हेड ने उद्यमियों का स्वागत किया। बैंक के डीजीएम गौरव अरोड़ा व जेजीएम अरूप गांगुली ने एसएमई सेक्टर के लिए बैंक की योजनाओं व सुविधाओं की जानकारी दी।
सरकारी तंत्र से मदद की दरकार नाबार्ड के चीफ जनरल मैनेजर एके सिंह, सिडबी के जीएम अरूप कुमार, आईआईए के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील वैश्य, चर्म निर्यात परिषद के चेयरमैन मुख्तारुल अमीन, एएफपीसी ग्लोबल के एमडी राजेंद्र कुमार जालान, आईसीआईसीआई बैंक के सीनियर जनरल मैनेजर व रीजनल बिजनेस हेड कुमार आशीष, जीएम, सेल्फ इम्प्लॉयड सेगमेंट के नेशनल हेड पंकज गाडगिल और दैनिक जागरण के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट शैलेंद्र जेटली के बीच एसएमई सेक्टर की जरूरतों, सुविधाओं और संभावनाओं पर गहन चर्चा हुई।
सभी एकमत थे कि कानपुर के एसएमई में अपार संभावनाएं हैं। जिन्हें मूर्त रूप देने के लिए धन और सरकारी तंत्र की मदद चाहिए। यह भी रहे मौजूद सीएलई की रीजनल डायरेक्टर पल्लवी दुबे, आईआईए के चेयरमैन आलोक अग्रवाल, आईसीआईसीआई बैंक के जीएम आकाश चोपड़ा, रीजनल हेड नसीम खान, चीफ मैनेजर कानपुर इमरान सिद्दीकी आदि पैनलिस्ट कोड एसएमई सेक्टर के लिए पैसों की उपलब्धता बड़ी समस्या है। इन्फ्रास्ट्रक्चर कमजोर है। विदेशी निवेशक फैक्ट्री तक लाना मुश्किल होता है। आशा है, उद्यमी इस कॉनक्लेव का लाभ उठाएंगे। मुख्तारुल अमीन, चेयरमैन, चर्म एवं निर्यात परिषद कानपुर अब मैनचेस्टर नहीं रहा लेकिन एसएमई की बदौलत वह फिर विश्व में नाम कमा सकता है।
जरूरी है सरकारी व बैंकों का सहयोग और कौशल विकास। सुनील वैश्य, राष्ट्रीय अध्यक्ष आईआईए आईसीआईसीआई उद्यमियों का मित्र है। उन्हीं के अनुसार हमारी योजनाएं व सुविधाएं तैयार की गई हैं। यह एसएमई क्षेत्र के लिए कारगर है। कुमार आशीष, सीनियर जनरल मैनेजर व रीजनल बिजनेस हेड सरकार उद्यमियों की मदद को तैयार है। चीफ जनरल मैनेजर नाबार्ड एके सिंह ने कहा नाबार्ड उद्यमियों के लिए कई योजनाएं चलाता है। जरूरत यह है कि उद्यमी व्यापार का ट्रेंड जानें और उसके अनुसार काम करें।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें