कानपुर देहात में लापता किशोर की गला घोंटकर हत्या, फौजी बहनोई ने साथियों के साथ घटना को दिया अंजाम
ससुरालियों की पिटाई से आहत होने के बाद फौजी बहनोई ने रची साजिश। ज्योंती गांव निवासी किसान दिनेश सिंह का इकलौता पुत्र 17 वर्षीय लकी सिंह 16 जनवरी की रात घर से निकला था लेकिन वापस नहीं आया। काफी देर परेशान होकर स्वजन ने तलाश शुरू की।
कानपुर देहात, जेएनएन। शिवली के ज्योतीं गांव से अपहृत किशोर लकी सिंह की उसके ही फौजी बहनोई ने अपने तीन साथियों संग मिलकर गला घोंटकर हत्या कर दी। शव को साढ़ रामगंगानहर में फेंक दिया। तीन माह पूर्व लकी व उसके पिता ने बहनोई को पीटा था इसी से खुन्नस खाकर उसने घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। शव अभी तक बरामद नहीं किया जा सका है।
ये है पूरा मामला
ज्योंती गांव निवासी किसान दिनेश सिंह का इकलौता पुत्र 17 वर्षीय लकी सिंह 16 जनवरी की रात घर से निकला था लेकिन वापस नहीं आया। काफी देर परेशान होकर स्वजन ने तलाश शुरू की। तलाश में विफल होने पर स्वजन ने गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी। जांच में शक के आधार पर लकी का अमृतसर में तैनात कानपुर नौबस्ता निवासी फौजी सुमित सिंह पकड़ में आया। पुलिस पूछताछ में वह टूट गया और उसने बताया कि 16 जनवरी की ही रात फोन कर लकी को बुलाया था और कार से ले गए थे। इसके बाद रास्ते में उसने अपने साथी अशोक, बिधनू भारू कानपुर नगर निवासी शिवम व गोलू संग मिलकर रस्सी से गला घोंटकर लकी की हत्या कर दी। साढ़ गोपालपुर गांव के पास रामगंगा नहर में उसका शव फेंक दिया गया।
सुमित ने बताया कि चार माह पूर्व वह छुट्टी पर घर आया था। जहां पत्नी निधि से विवाद हो गया। तब ससुर दिनेश सिंह और उसका साला लकी घर पहुंचे थे। उन्हें पीटने के बाद उसने हत्या की योजना बना ली थी। वह ड्यूटी पर नहीं गया और अपने साथियों संग घटना को अंजाम दिया। वहीं हत्या की जानकारी मिलते ही स्वजन व ग्रामीण थाने पहुंच गए और नाराजगी जताई कि पुलिस सक्रिय होती तो शायद पहले ही हत्यारोपित पकड़ जाते। सीओ रामशरण सिंह ने बताया कि शिवम अभी फरार चल रहा बाकी को पकड़ लिया गया है। शव बरामद करने का प्रयास किया जा रहा है।