तीन वर्ष पूर्व फ्रांसीसी छात्र को लूटने वाले नहीं पकड़े गए
तीन वर्ष पूर्व एक फ्रांसीसी छात्र के साथ घाटमपुर क्षेत्र में लूट की वारदात हुई थी। आज तक इस घटना का पर्दाफाश नहीं हो सका।
संवाद सहयोगी, घाटमपुर: तीन वर्ष पूर्व एक फ्रांसीसी छात्र के साथ घाटमपुर क्षेत्र में लूट की वारदात हुई थी। आज तक इस घटना का पर्दाफाश नहीं हो सका। भारत भ्रमण पर निकले छात्र को लिफ्ट देने के बहाने मारुति वैन में बिठाकर दिनदहाड़े सुनसान स्थान पर ले जाकर लूट की वारदात को अंजाम दिया गया था।
फ्रांस के पेरिस शहर निवासी एवं अंतरराष्ट्रीय विधि के छात्र क्विटन माइकल 25 जुलाई, 2016 को भारत भ्रमण के लिए नई दिल्ली पहुंचे थे। देश के विभिन्न पर्यटन स्थलों का भ्रमण करने के बाद कानपुर आए क्विटन माइकल शहर के सूटरगंज निवासी डा. केतन शुक्ला के आवास पर पेइंग गेस्ट के तौर पर ठहरे थे। जहां से 21 अगस्त की सुबह खजुराहो जाने के लिए निकले क्विटन माइकल को शहर के बाबूपुरवा थानान्तर्गत बाकरगंज पुल के समीप मिले बाइक सवार ने अंग्रेजी में वार्तालाप कर गंतव्य की जानकारी ली और पीछे से पहुंचे सफेद रंग की मारुति वैन सवार तीन बदमाशों ने उसे खजुराहो ले जाने का झांसा देकर बिठा लिया था। इसके बाद घाटमपुर के गांव तेजपुर व रंजीतपुर के बीच नाले के किनारे मारपीट कर उनसे लैपटाप, मोबाइल फोन के अलावा 5,800 रुपये एवं 200 यूरो और पासपोर्ट लूट ले गए थे।
फ्रेंच सैलानी के साथ दिनदहाड़े लूट की सूचना पर पुलिस ने शुरुआत में तो तत्परता दिखाकर करीब एक दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की और स्केच बनवा कर कई स्थानों पर चस्पा भी कराये थे लेकिन क्विटन माइकल की वतन वापसी के बाद पुलिस शांत बैठ गई। प्रभारी निरीक्षक आरबी सिंह का कहना है कि कोतवाली के अभिलेखों के मुताबिक फ्रांसीसी युवक से लूट के मामले में छह जनवरी, 2017 को न्यायालय में अंतिम आख्या पेश कर मामले को विराम दे दिया गया था।