जानिए, 10वीं के इन तीन छात्रों को क्यों मिले पांच हजार डॉलर Kanpur News
ओटोक्लिक कंपनी बनाकर आइआइटी के ई-समिट में तीसरा पुरस्कार जीता है।
कानपुर, जेएनएन। 10वीं में पढ़ाई करने वाले छात्र अगर अपनी कंपनी बना दें तो शायद यह बात आपके लिए हैरानी भरी जरूर होगी, लेकिन यह एक हकीकत है। बीएनएसडी शिक्षा निकेतन में 10वीं के छात्र श्रीधर तिवारी, अवनीश सिंह व सौमिल्य गुप्ता ने पहले तो अपना प्रोजेक्ट होम ऑटोमेशन बनाया। इसके बाद कुछ दिनों पहले आइआइटी में हुए ई-समिट में प्रतिभाग करते हुए अपना स्टार्टअप (कंपनी) 'ओटोक्लिक' तैयार कर उसे वहां प्रस्तुत कर दिया। नतीजा यह रहा कि छात्रों का यह स्टार्टअप सभी को इतना पसंद आ गया कि उन्हें तीसरा स्थान मिला।
साथ ही सभी को यंगेस्ट अचीवर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया। इतना ही नहीं तीनों छात्रों को 60-60 हजार रुपये नकद और अमेजॉन वेब सर्विस से पांच हजार डॉलर का पुरस्कार भी मिला। बुधवार को विद्यालय में वार्ता कर छात्रों ने यह जानकारी दी। यहां स्कूल के निदेशक डॉ.अंगद सिंह, दीपक मिश्रा आदि मौजूद रहे। छात्रों ने यह दावा भी किया कि कभी 10वीं के छात्रों द्वारा कोई स्टार्टअप नहीं तैयार किया गया है।
यह प्रोजेक्ट किया था तैयार
10वीं के छात्र श्रीधर तिवारी, अवनीश सिंह व सौमिल्य गुप्ता ने संयुक्त रूप से बताया कि उन्होंने एक हफ्ते में होम ऑटोमेशन का प्रोजेक्ट तैयार किया। जिसमें सभी घरों के इलेक्ट्रानिक उत्पाद को आवाज से नियंत्रित किया जा सकेगा। इसके लिए छात्रों ने ब्लिंक मोबाइल एप व कोडिंग की मदद ली। इसी प्रोजेक्ट के तहत छात्रों ने अपनी कंपनी ओटोक्लिक तैयार कर दी। आइआइटी में प्रस्तुति के दौरान इन छात्रों से कई उद्यमियों ने इनकी कंपनी को लेकर चर्चा की। वहीं आइआइटी प्रोफेसरों ने जल्द ही इस कंपनी के लिए दुनियाभर के निवेशकों से बात करने की हामी भरी।