कानपुर और भदोही के घाटों पर गंगा की लहरों में समाए तीन किशोर, दो लापता
कानपुर और इलाहाबाद में रविवार सुबह गंगा नहाने गए आठ लोग लहरों की चपेट में आ गए। इनमें से तीन की डूबने से मौत हो गई जबकि दो लापता हैं।
कानपुर (जेएनएन)। कानपुर और इलाहाबाद में रविवार सुबह गंगा नहाने गए आठ लोग लहरों की चपेट में आ गए। इनमें से तीन की डूबने से मौत हो गई जबकि दो लापता हैं। अन्य को सुरक्षित बचा लिया गया है। दो की तलाश में गोताखोरों की टीम जुटी है। मौके पर लोगों की भीड़ उमड़ी है। सब लापता किशोरों का हाल जानने को उत्सुक है। पुलिस हालात को काबू करने में लगी है।
कानपुर के भैरव घाट में दो दोस्त डूबे और दो लापता हैं।रविवार को कौशलपुरी निवासी नरेंद्र पाल का बेटा देव अपने दोस्त बम्बा रोड के कृष्णा, राजपुरवा के दीपू, कौशलपुरवा के अस्मित(१५) और केशव (१५) के साथ तीन साइकिल से भैरव बाबा के दर्शन के लिए आये थे। मंदिर जाने से पहले केसव गंगा में नहाने के लिए कहने लगा। उसके बाद सभी गंगा में नहाने के लिए उतर गए। सभी पीछे नहा रहे थे। इस दौरान केसव नहाते हुए नदी में आगे चला गया और डूबने लगा।उसे बचाने के लिए देव और अस्मित भी बीच में चले गए। तीनो गंगा में डूबने लगे। जिसके बाद कृष्णा और दीपू ने उन्हें बचाने के लिए आवाज़ लगाई। चीख पुकार सुनकर गोताखोरों ने उन्हें बचाने का प्रयास किया। गोताखोरों ने देव को बचा लिया लेकिन केशव और अस्मित नदी के तेज बहाव में डूब गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरो की मदद से दोनों की तलाश शुरू की। अभी तक दोनों को खोजा जा रहा है। कोहना पुलिस ने आकर तीनों किशोरों के परिजनों को सूचना दी तो उनके परिवारों में कोहराम मच गया। कोहना इंस्पेक्टर राजेश सिंह ने बताया कि नदी का बहाव तेज है। संभवतः किशोर आगे निकल गए हैं। जाल डलवाकर उनकी तलाश कराई जा रही है।
हंडिया का छात्र गंगा में डूबा
इलाहाबाद के हंडिया क्षेत्र से सीतामढ़ी घूमने आए तीन छात्रों में एक की गंगा में डूबने से मौत हो गई। तीन छात्रों को गोताखोर ने बचा लिया। हंडिया कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ग्राम रमनाथी निवासी महेंद्र मौर्य का २१ वर्षीय और बीए फाइनल का छात्र अनिल मौर्य रविवार को दो दोस्तों दिनेश और मनीष के साथ सीतामढ़ी घूमने आया था। सीतामढी गंगा घाट पहुचे तीनों छात्रों ने देखा कि गंगा में बहुत से लोग नहा रहे थे। देखादेखी तीनों भी नदी में उतर गए और चेतावनी निशान के आगे बढ के नहाने लगे और स्थानीय लोगों के मना करने को नजरअंदाज कर गहरे पानी में चले गए।लोगों के शोरगुल सुनकर गोताखोर मातागुलाम उर्फ माल्टा माझी भी पहुंच गया। माल्टा माझी ने दिनेश मौर्या व मनीष को तो निकाल लिया लेकिन अनिल को नही बचाया जा सका।