दिल का दौरा पडऩे से पहले संकेत देता है शरीर, जानिए क्या होते हैं लक्षण Kanpur News
70 फीसद मरीजों को पांच-छह दिन पहले ही हो जाता है अहसास मधुमेह पीडि़तों को नहीं होता दर्द।
कानपुर, जेएनएन। दिल का दौरा (हार्टअटैक) पडऩे से पहले ही शरीर संकेत देने लगता है। यह लक्षण मरीजों में अलग-अलग हो सकते हैं। कुछ के सीने में तेज तो कुछ लोगों को हल्का दर्द महसूस होता है। विशेषज्ञों का मानना है कि 70 फीसद से अधिक मरीजों को पांच-छह दिन पहले से ही संकेत मिलने लगते हैं। हालांकि मधुमेह पीडि़त और महिलाओं को दर्द का अहसास नहीं होता।
वसा, कोलेस्ट्राल और अन्य पदार्थों के कारण हृदय तक रक्त पहुंचाने वाली मुख्य धमनियों (कोरोनरी आर्टरी) में प्लेक (एक प्रकार का चिपचिपा पदार्थ) जम जाता है। इससे रक्त प्रवाह में रुकावट हो जाती है। ऑक्सीजन युक्त खून ठीक से नहीं मिल पाता। एक या उससे अधिक धमनियों में रुकावट से शुद्ध रक्त की आपूर्ति ठीक से नहीं होती। ऐसे में हृदय की धमनियां सिकुडऩे लगती हैं। रक्त की आपूर्ति में अवरोध से दिल का दौरा पड़ जाता है। प्लेक फटने, कोलेस्ट्रोल और अन्य पदार्थ के फैलने से खून का थक्का भी बन जाता है। इससे दिल में रक्त की आपूर्ति बंद हो जाती है और दिल की धमनियां नष्ट होने लगती हैं।
नशे के सेवन से धमनियों में ऐंठन
तंबाकू, धूमपान और नशीले पदार्थों (ड्रग्स) के सेवन से दिल की कोरोनरी धमनियों में जानलेवा ऐंठन होती है। इससे दिल की मांसपेशियों तक रक्त प्रवाह में रुकावट होती है और धमनी फटने (स्पोटेनियस कोरोनरी आर्टरी डाइसेक्शन) का दौरा पड़ सकता है।
यह भी हाई रिस्क पर
अगर हाई ब्लड प्रेशर है। खून में कोलेस्ट्रॉल का स्तर अधिक है। मधुमेह अनियंत्रित है तो आप भी हाई रिस्क पर हैं। इसलिए डॉक्टर के निर्देशन में मधुमेह नियंत्रित करने वाली दवाओं का सेवन करें। नियमित रक्त में शुगर के स्तर की जांच कराते रहें।
यह परहेज जरूरी
- दिल का दौरा पडऩे के 2-3 हफ्तों तक यौन-संबंध ना बनाएं।
- धूमपान कतई न करें। तली-भूनी सब्जी, मांस भी न खाएं
- शीतल पेय या अन्य पेय जिनमें चीनी हो उनके सेवन से बचें।
- भोजन में नमक कम से कम लें।
- सफेद चावल के सेवन से परहेज करें।
दिल के दौरे के लक्षण
- छाती या बाईं बांह पर दबाव
- सीने में जकडऩ या दर्द, गले, जबड़े और पीठ तक फैलाव
- मिचली, अपच, सीने में जलन
- सांस लेने में तकलीफ
- ठंड में पसीना आना (भय, चिंता, या बीमारी से पसीना)
- थकान, चक्कर आना।
विशेषज्ञ की राय
70 फीसद मरीजों में हार्ट अटैक से पांच-छह दिन पहले संकेत मिलने लगते हैं। उन्हें चलने-फिरने में दिक्कत और थकान महसूस होती है। बैठे-बैठे उलझन, और बुजुर्गों में अपच की समस्या हो जाती है। अधिकतर लोग इन संकेतों को नजरअंदाज कर देते हैं।
-डॉ. संतोष कुमार सिन्हा, असिस्टेंट प्रोफेसर लक्ष्मीपत सिंहानिया हृदय रोग संस्थान।