घर का चिराग बुझने से फूटकर रोए घरवाले, झांसी रेलवे ट्रैक पर मिले किशोर और युवक के शव
बर्रा निवासी सब्जी विक्रेता का बेटा शनिवार शाम घर से निकला था और रात तक नहीं लौटा। सुबह रेलवे ट्रैक पर शव मिलने की सूचना पर पहुंचे पिता ने शिनाख्त बेटे के रूप में की है जबकि दूसरे शव की पहचान नहीं हो सकी है।
कानपुर, जेएनएन। झांसी रेलवे ट्रैक पर रविवार की सुबह किशोर और युवक के शव पड़े मिलने से सनसनी फैल गई। किशोर की मौत से घर का चिराग बुझने से परिवार रो रोकर बदहवास हो रहा है। वहीं दूसरे युवक की अभी तक पहचान न होने से घटना रहस्य बनी है। पुलिस प्रथम दृष्टया ट्रेन की चपेट में आने से दोनों की मौत की आशंका जता रही है, जबकि कुछ लोग हत्या के बाद शव फेंकने का भी संदेह जता रहे हैं। फिलहाल पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने की बात कही है।
बर्रा 7 निवासी सब्जी विक्रेता रामकिशन गुप्ता ने बताया कि छह बच्चों में 16 वर्षीय बेटा विकास बड़ा था। उससे बड़े बेटे की पांच साल पहले मौत हो गई थी, इसके बाद वह घर का सहारा था। शनिवार शाम सात बजे वह घर से निकला था लेकिन देर रात तक वापस नहीं आया। इसपर संदेह होने पर उसकी काफी तलाश की लेकिन कुछ पता नहीं चला था।
रविवार सुबह दबौली वेस्ट के पास झांसी रेलवे ट्रैक पर दो शव मिलने से सनसनी फैल गई। इसकी जानकारी होने पर वह पहुंचे तो उन्होंने किशोर के शव की पहचान बेटे के रूप में की। उन्होंने पुलिस को बताया कि आखिरी बार शनिवार शाम को वह दुकान से बैट्री लेने घर आये थे तभी विकास घर से निकला था। बेटे की मौत की जानकारी पर मां माया देवी और बहन काजल भी घटनास्थल पहुंचे रोते हुए गश खाकर गिर पड़ीं।
दूसरा शव पांच सौ मीटर दूर डाउन ट्रैक पर पड़ा मिला, जिसकी उम्र करीब 35 वर्ष होगी। प्राथमिक छानबीन में उसकी पहचान नहीं हो सकी है। वह लाल रंग की टीशर्ट और नीली जीन्स पहने था। फिलहाल पुलिस ट्रेन की चपेट में आने से हादसा मान रही है और दोनों के शवों के बीच कनेक्शन तलाश रही है।