पीएम व सीएम पर अभद्र टिप्पणी करने वाले निलंबित दारोगा को किया गया गिरफ्तार
सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर किया गया था निलंबित मूलरूप से मऊ जनपद का रहने वाला है दारोगा विजय प्रताप
इटावा, जेएनएन। सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और धर्म विशेष के प्रति अपमानजनक टिप्पणी करने वाले निलंबित दारोगा विजय प्रताप सिंह को थाना फ्रेंड्स कॉलोनी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दारोगा के खिलाफ थाना सिविल लाइंस में 27 अगस्त को दो मुकदमे दर्ज कराए गए थे। पहला मुकदमा भाजपा जिलाध्यक्ष अजय प्रताप सिंह धाकरे ने दर्ज कराया था जबकि दूसरा मुकदमा अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के शैलेंद्र चौधरी ने दर्ज कराया था। थानाध्यक्ष प्रमोद शुक्ला ने बताया कि विजय प्रताप को आइटीआइ चौराहे के पास से गिरफ्तार किया गया है सिविल लाइंस थाने में दर्ज दोनों मुकदमों की विवेचना उनके द्वारा की जा रही है। एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि दारोगा विजय प्रताप द्वारा कई बार अनुशासनहीनता की गई है जिसको निलंबित किया गया है। बर्खास्तगी की कार्रवाई शासन स्तर पर लंबित है।
दारोगा के दामन पर हैं कई दाग
जुलाई 2019 में बिठौली थाने में तैनाती किए जाने से नाराज होकर दारोगा विजय प्रताप पुलिस लाइंस से पैदल ही 60 किमी.की दौड़ लगा दी थी। जिसके चलते तत्कालीन एसएसपी संतोष कुमार मिश्रा ने उसे निलंबित कर दिया था। लॉकडाउन के दौरान विजय प्रताप ने थाना सहसों के एक गांव में देवी-देवताओं के विरुद्ध आपत्तिजनक व भड़काऊ भाषा का प्रयोग कर मूर्ति खंडित करने का प्रयास किया था। थाना सहसों में उसके विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था। 23 जुलाई 2020 को कचहरी परिसर में अधिवक्ता धर्मेंद्र पांडेय से मारपीट की थी। तब थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज कराया गया था। 2015 बैच का दारोगा विजय प्रताप मूल रूप से मऊ जिले के थाना हलधर के ग्राम शहूबारी का रहने वाला है।