छात्र ने पत्र लिखकर दिखाया सीएसजेएमयू प्रबंधन को आईना
हास्टल के नोटिस बोर्ड में चिपकाया गया पत्र। पत्र में हॉस्टल की अव्यवस्थाओं की ओर इंगित किया गया है।
जागरण संवाददाता, कानपुर : छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय(सीएसजेएमयू) में संभवत: सब कुछ ठीक नहीं चल रहा। अभी बीसीए छात्रा की आत्महत्या का मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि छात्र के एक पत्र ने विवि में फिर हलचल मचा दी है। विश्वविद्यालय के ब्वायज हॉस्टल में शुक्रवार को चिपकाया गया यह पत्र चर्चा का विषय बन गया है। पत्र के माध्यम से विश्वविद्यालय प्रबंधन को आइना दिखाया गया है। हॉस्टल के वार्डेन के नाम पर लिखे इस पत्र में कहा गया है कि आप प्रशासन में है तो जो करें सब सही है। हम छात्र हैं तो जरा सी गलती पर ब्लैक लिस्ट कर दिए जाते हैं। केयर टेकर दीपक शिकायत को बढ़ा-चढ़ाकर छात्रों की छवि बिगाड़ते हैं। मेस संचालक अंकित से खाने के बारे में कोई कहता है तो वह बदतमीजी की श्रेणी में आ जाता है। जो खाना परोसा जाता है वह जानवरों के खाने से भी बदतर होता है। पशुओं का मेन्यू तो भी बदल जाता है लेकिन, हॉस्टल में नहीं बदला जाता है। शौचालय कितने गंदे हैं, यह देखने कोई नहीं आता है। कोई भूख से मर रहा हो तब भी खाना उसे नहीं दिया जाता है। छात्रावास में पूरी फीस देने के बाद भी जो मूलभूत सुविधाएं हैं,उन्हें नहीं मुहैया कराया जा रहा है। जैसे बाथरूम में टैब, सावर, साफ टायलेट, रूम में अलमारी का सही होना, कॉमन हाल में गेम्स और इंटरटेनमेंट की सुविधा, न्यूज पेपर की सुविधा आदि से भी आपको कोई मतलब ही नहीं है। पत्र में आगे लिखा है मेरा पता लगाना आपके लिए बहुत आसान है और उसका मुझे नुकसान ही होगा। इस पत्र को गवर्नर, मुख्यमंत्री और कुलपति को भी भेजा गया है। हॉस्टल में चिपके इस पत्र ने खूब खलबली मचाई। विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी प्रो. संजय स्वर्णकार ने बताया कि लेटर किसने लिखा है यह पता नहीं चल रहा है। किसी की शरारत भी हो सकती है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।