प्रदेश का पहला स्मार्ट बर्तन बैंक आज शुरू, औद्योगिक मंत्री और महापौर ने किया उद्घाटन
बर्तन बैंक निश्शुल्क शुरू किया गया है। शादी समारोह भंडारे और घरों में होने वाले कार्यक्रमों में प्रतिबंधित प्लास्टिक के गिलास कटौरी और थर्मकोल की प्लेटों का प्रयोग किया जाता है जो नष्ट नहीं होते है। इससे पर्यावरण बिगड़ रहा है।
कानपुर, जेएनएन। पर्यावरण बचाने और प्रतिबंधित प्लास्टिक को रोकने के लिए स्मार्ट सिटी और पुर्ननवा फाउंडेशन ने संयुक्त रूप से प्रदेश का पहला बर्तन बैंक शुरू किया। औद्योगिक मंत्री सतीश महाना और महापौर प्रमिला पांडेय ने सोमवार को नगर निगम मुख्यालय से बर्तन बैंक का उद्घाटन किया।
बर्तन बैंक निश्शुल्क शुरू किया गया है। शादी समारोह, भंडारे और घरों में होने वाले कार्यक्रमों में प्रतिबंधित प्लास्टिक के गिलास, कटौरी और थर्मकोल की प्लेटों का प्रयोग किया जाता है जो नष्ट नहीं होते है। इससे पर्यावरण बिगड़ रहा है। इंदौर नगर निगम ने सबसे पहले सिंगल यूज प्लास्टिंग रोकने के लिए बर्तन बैंक शुरू किया था। मंत्री ब महापौर ने कहा कि शहर प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए लोगो को जागरूक होना होगा।
बर्तन बैंक में एक हजार चार कटोरी वाली थाली, गिलास और चम्मच खरीदी गई फाउंडेशन की संस्थापक मनीषा बाजपेयी ने बताया कि बर्तन लेने से पहले जमानती धनराशि जमा कराई जाएगी। शर्त यह होगी कि बर्तन साफ करके और तय निर्धारित तिथि पर जमा किया जाए। बर्तन जमा करने के साथ ही जमानती धनराशि लौटा दी जाएगी। समय पर न देने पर रोज के हिसाब से एक दिन भी लेटे होने पर रोज के हिसाब से ढाई सौ रुपये काट लिए जाएगे। बर्तनों के रखरखाव के लिए सौ रुपये जमा किए जाएगे। धार्मिक स्थलों मे प्रचार के लिए बैनर लगेगे