केंद्रीय विद्यालय से निकलेंगे स्टार्टअप, बनी टिंक¨रग लैब
सेंसर, मोटर, लैपटॉप, थ्री डी प्रिंटर से छात्र बना सकेंगे प्रोग्राम, कक्षा छह से 12वीं तक के छात्र कर सकेंगे शोध कार्य
जागरण संवाददाता, कानपुर : केंद्रीय विद्यालय आइआइटी से निकलने वाले छात्र स्कूल में ही स्टार्टअप के लिए तैयार हो सकेंगे। कक्षा छह से 12वीं तक के छात्रों के अंदर छिपे नवाचार को सामने लाकर उसे मूर्त रूप देने के लिए स्कूल में अटल टिंक¨रग लैब स्थापित की गई है। भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान (सीएसआइआर) के निदेशक आलोक धवन व केंद्रीय विद्यालय संगठन के उपायुक्त अजय पंत ने लैब का उद्घाटन किया।
अटल टिंक¨रग लैब में छात्रों के लिए सेंसर, मोटर, लैपटॉप, थ्री डी प्रिंटर व ऐसी डिवाइस शामिल की गई हैं जिनके जरिए वह अपनी तकनीकी सोच को साकार कर सकते हैं। शोध कार्य करने के लिए उन्हें यहां गाइड भी मिलेंगे। वह इन उपकरणों के माध्यम से प्रोग्राम तैयार करके उसका विश्लेषण कर सकते हैं।
बेकार पड़ी बोतल व टीन से बनाई साज सज्जा की चीजें
केंद्रीय विद्यालय आइआइटी में सोमवार को 26 वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान काग्रेस में 25 क्षेत्रों के केंद्रीय विद्यालयों से आए 450 छात्र छात्राओं ने प्रोजेक्ट व मॉडल बनाकर विज्ञान के चमत्कार दिखाए। इन छात्र छात्राओं ने विज्ञान प्रदर्शनी में 150 प्रोजेक्ट व 50 मॉडल लगाकर अपनी प्रतिभा दिखाई। 'स्वच्छ हरित और स्वस्थ राष्ट्र के लिए विज्ञान तकनीकी और नवाचार' विषय पर लगाई गई इस प्रदर्शनी में छात्रों ने बेकार बोतलों से गमले, ड्राइंग रूम पॉट व डेकोरेशन की चीजें बनाकर पेश कीं। इस मौके पर आइआइटी के उप निदेशक मणींद्र अग्रवाल, केंद्रीय विद्यालय संगठन के लखनऊ संभाग के सहायक आयुक्त टीपी गौड़, प्रधानाचार्य आरएन वडालकर, डॉ. आरके कटियार व हृदय नारायण दुबे समेत अन्य शिक्षक व छात्र मौजूद रहे।