सिख विरोधी दंगा: आज से SIT का कार्यकाल समाप्त, 1 महीने का और मांगा वक्त, अब तक 41 आरोपितों को किया गिरफ्तार
कानपुर में सिख विरोधी दंगो की जांच कर रही गठित एसआइटी की टीम का कार्यकाल आज समाप्त हो गया है। डीआइजी एसआइटी बालेंदु भूषण ने शासन से इस मामले में एक महीने का और समय मांगा है। एसआईटी ने अब तक 41 लोगों को गिरफ्तार किया है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। सिख विरोधी नरसंहार की जांच को लेकर गठित एसआइटी का कार्यकाल बुधवार को समाप्त हो जाएगा। डीआइजी एसआइटी बालेंदु भूषण ने शासन से इस मामले में एक महीने का और समय मांगा है। उन्होंने बताया कि एसआइटी ने अब तक गिरफ्तार 41 आरोपितों में से 40 के खिलाफ चार्जशीट लगा दी है।
31 अक्टूबर 1984 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद पूरे देश में सिखों के विरुद्ध नरसंहार शुरू हो गया था। कानपुर में दंगाइयों ने 127 सिखों को मौत के घाट उतार दिया था, जिसके बाद शहर के विभिन्न थानों में हत्या लूट और डकैती जैसी गंभीर धाराओं में 40 मुकदमे दर्ज हुए थे। जांच के बाद पुलिस ने 29 मामलों में फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी।
27 मई 2019 को इस मामले में प्रदेश सरकार ने एसआइटी का गठन किया था। एसआइटी ने एफआर लगी नौ विवेचनाओं में साक्ष्य तलाशे और गिरफ्तारियां शुरू कीं। डीआइजी एसआइटी बालेंदु भूषण ने बताया कि कार्यकाल समाप्त हो रहा है, लेकिन कुछ काम अभी बाकी है। ऐसे में शासन से एक माह का कार्यकाल बढ़ाए जाने का अनुरोध किया गया है। हालांकि अब तक जिन 41 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया था, उनमें से 40 के खिलाफ चार्जशीट लग चुकी है। मेरठ से पकड़कर लाए गए आरोपित के खिलाफ अभी चार्जशीट नहीं लगी है।
इसके अलावा बीमारी के कारणों के चलते दादानगर हत्याकांड में पांच व अन्य हत्याकांड में चार आरोपितों के खिलाफ बिना गिरफ्तारी चार्जशीट लगाई गई है। उन्होंने बताया कि पूर्व राज्यमंत्री शिवनाथ सिंह कुशवाहा का भतीजा राघवेंद्र सिंह कुशवाहा समेत सात आरोपितों की गिरफ्तारी निराला नगर हत्याकांड में बाकी है। डीआइजी ने बताया कि अब निराला नगर हत्याकांड में सात, रतनलाल नगर व अर्मापुर क्वार्टर हत्याकांड में एक-एक गिरफ्तारी बाकी है।
हाल-ए-मुकदमा
निराला नगर: मुकदमा संख्या 368/84। 27 आरोपित चिह्नित। 20 गिरफ्तार।
अर्मापुर एस्टेट क्वार्टर: मुकदमा संख्या 111ए/84। चार आरोपित चिह्नित, तीन गिरफ्तार
अर्मापर ओएफसी मेन गेट: मुकदमा संख्या 111/84। छह आरोपित चिह्नित। चार गिरफ्तार।
दबौली प्रथम: मुकदमा संख्या: 333/84। 14 आरोपितों के नाम सामने आए थे, जिसमें से दो जिंदा हैं। दोनों गिरफ्तार
के ब्लाक किदवई नगर: मुकदमा संख्या 574/84। 12 नामजद थे। दो की मृत्यु हो चुकी है। तीन गिरफ्तार।
93 एमआइजी पनकी: मुकदमा संख्या 188ए/84। छह चिह्नित। चार की मृत्यु हो चुकी है। दोनों गिरफ्तार
ई ब्लाक दबौली: मुकदमा संख्या 404/84। आठ आरोपित चिह्नित हुए थे, जिनमें चार की मृत्यु हो चुकी है। तीन गिरफ्तार।
नगर महापालिका कालोनी, दादानगर: मुकदमा संख्या 625/84 और मुकदमा संख्या 691/84। दोनों ही मामलों में 15-15 आरोपित चिह्नित हुए, जो कि समान हैं। चार गिरफ्तार।