Move to Jagran APP

एसआइटी को असलहों की आठ हजार फाइलें मिलीं गड़बड़, 32 हजार का हो चुका सत्यापन

कुल 41 हजार फाइलें हैं शेष फाइलों की जांच भी इसी हफ्ते पूरी हो सकती हैै। जो फाइलें अभी सत्यापित होने से बची हुई हैं उनकी स्थिति बहुत ही खराब है। एक-एक पेज की इन फाइलों की स्थिति बहुत ही जीर्णशीर्ण है। तीन दर्जन कर्मी जांच कर रहे हैैं।

By Rahul MishraEdited By: Published: Thu, 04 Feb 2021 08:49 AM (IST)Updated: Thu, 04 Feb 2021 08:49 AM (IST)
बिकरू कांड के बाद शासन के निर्देश पर एसआइटी असलहों के लाइसेंस की जांच कर रही है। प्रतीकात्मक चित्र

कानपुर, जेएनएन। असलहा लाइसेंस की जांच कर रही एसआइटी को भी करीब आठ हजार फाइलों में गड़बड़ी मिली है। एसआइटी अब तक 32 हजार फाइलों की जांच कर चुकी है। शेष नौ हजार फाइलों का सत्यापन भी इसी हफ्ते पूरा हो जाएगा। हालांकि जो फाइलें अभी सत्यापित होने से बची हुई हैं उनकी स्थिति बहुत ही खराब है। एक-एक पेज की इन फाइलों की स्थिति बहुत ही जीर्णशीर्ण है।

loksabha election banner

बिकरू में सीओ बिल्हौर समेत आठ पुलिसकॢमयों की हत्या के बाद दुर्दांत विकास दुबे और उसके सहयोगियों को पुलिस ने मार गिराया था। इसके बाद शासन ने इसकी जांच एसआइटी को सौंपी थी। एसआइटी ने ही सत्यापन में पाया कि विकास दुबे और उसके सहयोगियों के असलहा लाइसेंस गलत शपथ पत्र के आधार पर बन गए थे। इसके बाद डीएम आलोक तिवारी ने सभी असलहा लाइसेंस की जांच का आदेश दिया। सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व वाली टीम ने 25 हजार फाइलों की जांच की तो पता चला कि 2066 लाइसेंस ऐसे मिले, जिनकी पत्रावली में स्वीकृति, सहमति या अनुमोदित शब्द नहीं लिखा था। इसी तरह 3112 लाइसेंस की पत्रावलियों में स्वीकृति, सहमति शब्द तो लिखा है, पर हस्ताक्षर डीएम या एडीएम के हैं यह पता नहीं चल पाया।

साथ ही 205 लाइसेंस एडीएम, एसडीएम और सिटी मजिस्ट्रेट की ओर से स्वीकृत पाए गए थे। इसी आधार पर डीएम ने शासन को एसआइटी जांच के लिए लिखा। वहां एसआइटी एसपी को जांच की जिम्मेदारी दी गई। तीन दर्जन पुलिसकर्मी कलेक्ट्रेट में फाइलें जांच रहे हैं। एसआइटी के एक अफसर के मुताबिक 41 हजार फाइलों में से करीब 32 हजार फाइलों की जांच हुई है। इसमें आठ हजार फाइलें संदिग्ध मिली हैं। जल्द ही सभी फाइलें जांच ली जाएंगी। फिर संदिग्ध फाइलों की जांच अलग से होगी। उस दौरान तैनात डीएम, एडीएम आदि से फिर जानकारी ली जाएगी।  


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.