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Advocate Sucide Case Mahoba:आरोपित ब्लॉक प्रमुख के पास 40 करोड़ की संपत्ति, डीएम को सौंपी जाएगी रिपोर्ट

Advocate Sucide Case In Mahoba 13 फरवरी की देर रात जिले के समदनगर निवासी वकील मुकेश पाठक ने अपने आवास पर रायफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। मामले में कबरई ब्लॉक प्रमुख छत्रपाल यादव समेत सात पर आत्महत्या दुष्प्रेरण का मुकदमा दर्ज हुआ था।

By Shaswat GuptaEdited By: Published: Sat, 06 Mar 2021 10:18 PM (IST)Updated: Sat, 06 Mar 2021 10:18 PM (IST)
Advocate Sucide Case Mahoba:आरोपित ब्लॉक प्रमुख के पास 40 करोड़ की संपत्ति, डीएम को सौंपी जाएगी रिपोर्ट
दिवंगत अधिवक्ता मुकेश पाठक की सांकेतिक तस्वीर।

महोबा, जेएनएन। Advocate Sucide Case In Mahoba दिवंगत अधिवक्ता मुकेश पाठक खुदकुशी प्रकरण में गैंगस्टर की कार्रवाई के तहत आरोपित ब्लॉक प्रमुख छत्रपाल यादव की संपत्तियों का आकलन कर जांच टीम ने रिपोर्ट तैयार कर ली है। उसके पास करीब 40 करोड़ रुपये की संपत्ति का फिलहाल पता चला है। ये आंकड़ा अभी बढ़ भी सकता है। अब यह रिपोर्ट रविवार को डीएम को सौंपी जाएगी। इसके बाद उसके खिलाफ आगे की कार्रवाई तय होगी।

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पिछले 10 दिन से छानबीन कर रही टीम ने खनिज, राजस्व विभाग व बैंकों से भी डिटेल ली। साथ ही उद्योग विभाग से क्रशर का आकलन कराया। कबरई एसओ दीपक पांडेय ने बताया कि आरोपित ब्लाक प्रमुख और उसके भतीजे, पांच अन्य आरोपितों से कई चक्र पूछताछ की गई। सूत्रों के अनुसार, आरोपित के पास चार क्रशर भी हैं। कुछ पहाड़ पट्टा भी संचालित हैं। इसमें अभी और संपत्तियों का भी पता चल सकता है। उल्लेखनीय है कि 13 फरवरी की देर रात जिले के समदनगर निवासी वकील मुकेश पाठक ने अपने आवास पर रायफल से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। मामले में कबरई ब्लॉक प्रमुख छत्रपाल यादव समेत सात पर आत्महत्या दुष्प्रेरण का मुकदमा दर्ज हुआ था। इससे पहले आरोपित ब्लॉक प्रमुख 60 लाख रुपये की वसूली का मुकदमा वकील ने आठ फरवरी को दर्ज कराया था।

बेनामी संपत्तियां भी हो सकतीं

जांच टीम के अनुसार, आरोपित के पास बेनामी संपत्तियां भी हो सकती हैं। उसने गांव, शहर से जुड़ी कई जमीनों का सौदा रिश्तेदारों व सहयोगियों के नाम भी किया है। आरोपित पर पूर्व में हत्या से लेकर अन्य करीब 24 मुकदमे दर्ज रहे हैं। 1983 से पहले वह गांव में ही खेती आदि करता था, तब 307 का मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके बाद वह अपनी पत्नी व बेटे को छोड़कर शहर आ गया।

किराये पर रहने वाला अचानक कैसे हो गया करोड़पति

महोबा शहर में किराये के कमरे में रहने वाला 30 साल में करोड़पति कैसे हो गया, ये तथ्य जांच टीम खंगाल रही है। सूत्र बताते हैं कि जुआ अड्डा, ब्याज पर रुपये देकर मनमानी वसूली से यह स्थिति बनी। दिवंगत अधिवक्ता से भी 60 लाख रुपये वसूली का ही मामला था।

इनका ये है कहना

गैंगस्टर के तहत आरोपित के खिलाफ संपत्ति की जांच हो चुकी है। रिपोर्ट रविवार को मिलेगी। उसका आकलन करके आगे की कार्रवाई होगी। -सत्येंद्र कुमार, डीएम।

दूसरे जिलों से साक्ष्य जुटा कर हो रहा मिलान

वकील खुदकुशी मामले की जांच कर रही एसआइटी में शामिल सीओ आनंद कुमार पांडेय, निरीक्षक अपराध शाखा रामेंद्र तिवारी, निरीक्षक अपराध शाखा विक्रमाजीत सिंह व निरीक्षक अरुण पाठक ने शनिवार को दूसरे जिलों से जुटाए साक्ष्यों का मिलान किया। टीम के अनुसार मामले में करीब 16 लोगों के बयान अब तक लिए जा चुके हैं।  


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