धनतेरस पर धन वर्षा बाजार की 'चांदी', देर रात दुकानों पर रही भीड़ Kanpur News
बीस फीसद ज्यादा कारोबार होने से कारोबारियों के चेहरे खिल गए।
कानपुर, जेएनएन। धनतेरस पर देर रात तक बाजारों में लोगों ने जमकर खरीदारी की। बर्तन की दुकानों में सबसे ज्यादा ग्र्राहक देखने को मिले। कारोबारियों के मुताबिक पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष करीब 15 से 20 फीसद तक ज्यादा कारोबार हुआ है। लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां लोगों को आकर्षित कर रही थीं तो बच्चे पटाखे लेने के लिए मचल रहे थे। इलेक्ट्रानिक उपकरणों की दुकानों में एलईडी टीवी और वाशिंग मशीन की बिक्री खूब हुई।
बर्तन वही, डिजाइन नई
बर्तनों की खरीद धनतेरस पर शुभ मानी जाती है। धनतेरस के मौके पर थोक बाजारों के अलावा हटिया, सीसामऊ, गुमटी, बर्रा, नौबस्ता, गोविंद नगर, नवाबगंज, लालबंगला आदि क्षेत्रों में जमकर बर्तनों की खरीदारी हुई। इसबार बर्तनों की नई डिजाइन की खूब मांग रही। लोगों ने मान्यता को पूरा करने के लिए कुछ न कुछ घर के लिए जरूर खरीदा। कारोबारियों के मुताबिक 10 करोड़ रुपये से ज्यादा के बर्तनों की बिक्री का अनुमान है।
लक्ष्मी-गणेश, हनुमान जी व कुबेर की मूर्तियां भी बिकीं
बाजारों में सजी दुकानों में लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों के अलावा हनुमान जी, कुबेर की मूर्तियां भी खूब बिकीं। हालांकि परंपराओं को ध्यान में रखते हुए मिïट्टी की मूर्तियां ज्यादा खरीदारी गईं। बहुत से दुकानदारों ने कपड़ों से मूर्तियों की सजावट कर उन्हें बेचा। ढाई से तीन हजार रुपये तक की मूर्तियां इस मौके पर बेची गईं।
इलेक्ट्रानिक मार्केट भी चमका
एलईडी, वाशिंग मशीन, फ्रिज, माइक्रोवेव खरीदने के लिए तो शोरूम पर भीड़ जुटी हुई थी। कारोबारियों के मुताबिक शहर में इलेक्ट्रानिक शोरूम से सात से आठ हजार एलईडी बिकने का अनुमान लगाया जा रहा है। इसके अलावा करीब पांच हजार वाशिंग मशीन की बिक्री भी उम्मीद है।
पूजन के लिए खील-गïट्टे भी खरीदे
ग्र्राहकों ने दीपावली पूजन के लिए खील, गïट्टे, लइया की भी खरीदारी की। छोटे से छोटे बाजार मे इनकी दुकानें थीं। जहां दुकानें नहीं लगी थीं वहा किराना कारोबारियों इन्हें बेच रहे थे।
शुभ मुहूर्त में वाहन लेने की कवायद
कार और दोपहिया वाहनों को धनतेरस वाले दिन डिलीवरी लेेने के लिए पहले से बुक कर दिया गया था लेकिन भारी भीड़ के चलते शुभ मुहुर्त में अपना वाहन लेने के लिए ग्र्राहक परेशान रहे। कार के शोरूम में इतनी भीड़ दिखी कि वहां तुरंत पहुंच कर तुरंत वाहन लेना आसान नहीं था। बाइक और स्कूटी के शोरूम में तो तुरंत पहुंचने वाले भी वाहन खरीदते नजर आए।
रेडीमेड गारमेंट जमकर बिके
कपड़ा बाजार में यूं तो नवरात्र से ही भीड़ लगी हुई थी। जमकर खरीदारी भी हो रही थी लेकिन अब दीपावली का त्योहार दो दिन में होने की वजह से कपड़े सिल कर तैयार नहीं हो सकते इसलिए रेडीमेड कपड़ों की खूब बिक्री हुई। बच्चों से युवाओं तक सबकी पसंद जींस रही।
फर्नीचर से दिया नया लुक
इस मौके पर फर्नीचर के जरिए घर को नया लुक देने के लिए भी खरीदारी हुई। सबसे ज्यादा मांग ब्रांडेड उत्पादों की रही। इसमें लकड़ी से लेकर प्लास्टिक का फर्नीचर तक मांगा गया। गोविंद नगर, जवाहर नगर, 80 फीट रोड बाजार में फर्नीचर खरीदने वालों की भीड़ रही। कारोबारियों के मुताबिक 60 करोड़ रुपये से ऊपर के फर्नीचर इस मौके पर बिके।
बच्चे मचल उठे पटाखों पर
थोक के अलावा आतिशबाजी की फुटकर दुकानों में भी बच्चों ने जमकर आतिशबाजी खरीदारी। यूं तो परिवार के साथ लोग खरीदारी करने पहुंचे लेकिन पसंद में बच्चों और युवाओं की ही चली। रोशनी और आकाशीय आतिशबाजी की सबसे ज्यादा मांग हुई।
घर में रोशनी के लिए झालर खरीदीं
त्योहार के मौके पर घर सजाने के लिए लोगों ने जमकर झालर और रंगीन बल्ब खरीदे। इस वर्ष खासियत यह रही कि रोशनी के बाजार में 40 फीसद हिस्सा स्वदेशी है।