शहर में सात और गांवों में आठ क्वारंटाइन सेंटर तैयार
कोरोना संक्रमण बढ़ने के चलते दूसरे राज्यों से प्रवासियों केआने का सिलसिला पुन शुरू हो गया है।
जागरण संवाददाता, कानपुर : कोरोना संक्रमण बढ़ने के चलते दूसरे राज्यों से प्रवासियों के आने का सिलसिला पुन: शुरू हो गया है। इसे देखते हुए प्रशासन उनके ठहरने के लिए अस्थायी आश्रय स्थल बना रहा है। फिलहाल ग्रामीण क्षेत्रों में आठ और शहरी क्षेत्र में सात स्थल बनाए गए हैं। नगर निगम ने सात रैन बसेरों को प्रवासियों के लिए आरक्षित कर दिया है। इन सात जगहों पर 450 लोगों को ठहराया जा सकता है। जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गए आठ सेंटरों में तीन हजार से अधिक प्रवासियों को रखने की व्यवस्था की गई है।
शासन ने कहा है कि स्कूल, कॉलेज, होटल, रैन बसेरा को क्वारंटीन सेंटर के रूप में उपयोग में लाया जाएगा। वहां, साफ शौचालय, स्नानागार, विद्युत आपूर्ति, प्रकाश व्यवस्था, चिकित्सा सुविधा, स्वच्छ पेयजल आदि की सुविधा होनी चाहिए। इन आश्रय स्थलों में जो लोग रुकेंगे उन्हें भोजन भी दिया जाएगा।
आश्रय स्थलों पर रखे गए प्रत्येक प्रवासी की जांच होगी। इसके लिए जिला प्रशासन उनकी स्क्रीनिग कराएगा। लक्षण पाए जाने पर उन्हें क्वारंटाइन में रखा जाएगा। संकमित पाए जाने पर कोविड अस्पताल अथवा घर पर आइसोलेट किया जाएगा। लक्षण वाले जो प्रवासी संक्रमित नहीं पाए जाते हैं उन्हें 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन में भेज दिया जायगा । नगर आयुक्त अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि प्रवासी लोगों को ठहराने के लिए लिए सात रैन बसेरों को सेंटर बनाया गया है। इसमें नगर निगम और डूडा के रैन बसेरा हैं। इसी तरह एडीएम वित्त एवं राजस्व वीरेंद्र पांडेय ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में आठ सेंटर बनाए गए हैं।
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शहर में यहां ठहराए जाएंगे
रैन बसेरा व्यक्ति
भैरोघाट 50
चुन्नीगंज 50
हैलट 50
फूलबाग 75
विजय नगर 75
रतन शुक्ल इंटर कॉलेज जूही - 75
चाचा नेहरू अस्पताल - 75
कुल योग - 450 ......
ग्रामीण क्षेत्र में यहां व्यवस्था
सचान गेस्ट हाउस घाटमपुर, शहनाई गेस्ट हाउस घाटमपुर, एजीए कॉलेज नर्वल, अपोलो इंस्टीट्यूट सरसौल, पंचायत घर चकरपुर, पंचायत घर पिपौरी, बिल्हौर इंटर कॉलेज बिल्हौर और श्री नारायण पांडेय इंटर कॉलेज बिल्हौर। इन जगहों पर तीन हजार से अधिक प्रवासियों को ठहराया जा सकेगा।